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महिला से 1,50,000 डॉलर की ठगी, FBI की जाल में ऐसे फंसा आरोपी

एफबीआई का कहना है कि इस मामले में एक भारतीय नागरिक की भूमिका सामने आई है। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। सुखदेव वैद (24) को धोखाधड़ी का दोषी पाया गया है। अमेरिकी अदालत अगले साल फरवरी में सजा का ऐलान करेगी।

Demo hoto by Bernie Almanzar / Unsplash

अमेरिका के मोंटाना की एक बुजुर्ग महिला से कंप्यूटर हैकिंग के जरिए 1,50,000 डॉलर चुराने का एक मामला सामने आया था। अमेरिकी एजेंसी फेडेरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने फिर ऐसा जाल बिछाया कि दो आरोपी शिंकजे में आ गए। एफबीआई का कहना है कि इस मामले में एक भारतीय नागरिक की भूमिका सामने आई है। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। भारतीय नागरिक को फिलहाल हिरासत में रखा गया है।

अमेरिकी अटॉर्नी जेसी लासलोविच ने बताया कि भारत के सुखदेव वैद (24) को 17 अक्टूबर को धोखाधड़ी का दोषी पाया गया। वैद को अधिकतम 20 साल की जेल, 2,50,000 डॉलर का जुर्माना और तीन साल की निगरानी में रिहाई का सामना करना पड़ सकता है।

अमेरिकी जिला न्यायाधीश डोनाल्ड डब्ल्यू मोलॉय इस मामले में अगले साल 14 फरवरी को सजा का ऐलान करेंगे। अदालत सजा से जुड़े नियम कानून और अन्य फैक्टर पर विचार करने के बाद सजा का निर्धारण करेगी। वैद को आगे की कार्यवाही लंबित रहने तक हिरासत में ले लिया गया है।

अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया कि एक बड़ा गिरोह संयुक्त राज्य अमेरिका में बुजुर्गों से पैसे चुराने में शामिल था। फरवरी में विभिन्न जालसाजों ने कालीस्पेल में जेन डो नामक एक 73 साल की महिला से 150,000 डॉलर चुरा लिए। जेन डो की कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने वाले पॉप-अप नोटिस के कारण धोखाधड़ी हुई।

बताया गया है कि जेन डो को हैक किया गया था और उसे ग्राहक सहायता के लिए एक नंबर पर कॉल करना था। जेन डो ने उस नंबर पर कॉल किया और धोखेबाजों ने उसे अपने बैंक खातों से नकदी निकालने का निर्देश दिया। जेन डो ने उनके कहने पर रकम बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिया।

मामले की शिकायत के बाद एफबीआई एक्टिव हो गई। एफबीआई के कहने पर मार्च में जेन डो ने धोखेबाजों को बताया कि उसके पास अभी भी 50,000 डॉलर नकद हैं। इसके बाद जेन डो से पैसे चुराने के लिए वैद ने फ्लोरिडा के गेन्सविले के एडली जोसेफ के साथ मोंटाना की यात्रा की।

अमेरिकी एजेंसी ने दोनों को तब गिरफ्तार किया जब वे पैसे लेने के लिए पहुंचे थे। जांच में पाया गया कि जालसाजों ने अल्ट्राव्यूअर का उपयोग करते हुए जेन डो के कंप्यूटर को एक्सेस किया, जिसे उन्होंने अपने कंप्यूटर पर इंस्टॉल किया था। मामले में एडली जोसेफ को अगस्त में धोखाधड़ी का दोषी पाया गया था और सजा सुनाई जानी बाकी है। सहायक अमेरिकी अटॉर्नी रयान जी वेल्डन इस मामले की सुनवाई कर रहे हैं।

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