लंदन में पढ़ रहे एक भारतीय अमेरिकी छात्र ने 6 बार दिल की धड़कन रुकने के बाद ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) के डॉक्टरों द्वारा उसकी जान बचाने के बाद मेडिकल की पढ़ाई करने का फैसला किया है।
सिएटल के रहने वाले और टेक्सास के बायलर विश्वविद्यालय के छात्र अतुल राव के फेफड़ों में खून का थक्का जम गया था जिसके बाद उनके दिल में रक्त का प्रवाह रुक गया था। इस स्थिति को पल्मोनरी एम्बोलिज्म कहा जाता है और इसके कारण उन्हें कार्डियक अरेस्ट हो गया।
जब उन्हें लंदन के इंपीरियल कॉलेज हेल्थकेयर NHS ट्रस्ट हैमरस्मिथ हॉस्पिटल के हार्ट अटैक सेंटर ले जाया गया तो स्कैन से पुष्टि हुई कि फेफड़ों में रक्त के थक्के हृदय से रक्त के प्रवाह को रोक रहे थे। हाल ही में अतुल राव अपना आभार व्यक्त करने के लिए अपने माता-पिता के साथ लंदन के अस्पताल लौटे।
राव ने पिछले महीने यात्रा के दौरान NHS चिकित्सकों से कहा कि ऐसा होने से पहले मुझे आश्चर्य होने लगा था कि क्या मैं चिकित्सा का काम सही कर रहा हूं और क्या मुझे इसके बजाय व्यवसाय में जाना चाहिए। लेकिन जैसे ही मैं जागा मुझे पता चल गया। मैं अपने समय का उपयोग उत्पादक तरीके से करना चाहता हूं। मैं जीवन में अपने दूसरे मौके का उपयोग दूसरों की मदद करके करना चाहता हूं।
आपको बता दें कि अतुल के पिता अजय अमेरिका में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं। वहीं अतुल की मां सिएटल में गणित की प्रोफेसर हैं।