Skip to content

IOC अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने मणिपुर में 'खतरनाक स्थिति' पर चिंता जताई

पित्रोदा ने एक बयान जारी कर कहा कि IOC नेतृत्व मणिपुर में खतरनाक को लेकर चिंतित है, जहां 25 चर्चों और 500 घरों को जलाने के कारण हमारे ईसाई समुदाय को भार नुकसान उठाना पड़ा है।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) के अध्यक्ष पित्रोदा

अमेरिका में बसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने मणिपुर की 'खतरनाक स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत के इस राज्य में हिंसा का तत्काल अंत करने का आह्वान किया है। भारतीय-अमेरिकी पित्रोदा ने हालात को बेहद खतरनाक बताया है।

अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को 10 पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद पूर्वोत्तर राज्य में हिंसक झड़पें शुरू हुईं। हिंसक झड़पों में अब तक कई लोग मारे जा चुके हैं।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में पिछले कुछ दिनों से जारी जातीय हिंसा में 60 लोग मारे गए, 231 घायल हुए और धार्मिक स्थलों सहित 1,700 घर जल गए। मुख्यमंत्री ने घटनाओं को बेहद गंभीर बताते हुए जल्द से जल्द शांति वापसी की अपील की है।

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) के अध्यक्ष के रूप में पित्रोदा ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि IOC नेतृत्व मणिपुर में खतरनाक को लेकर चिंतित है, जहां 25 चर्चों और 500 घरों को जलाने के कारण हमारे ईसाई समुदाय को भार नुकसान उठाना पड़ा है। पित्रोदा ने कहा कि यह सब तुरंत बंद होना चाहिए। क्षेत्र में सभी लोगों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए शांति कायम होना जरूरी है। पित्रोदा ने कहा कि हमारी सहानुभूति मणिपुर के लोगों और इस हिंसा व त्रासदी से पीड़ित तथा प्रभावित लोगों के परिवारों और दोस्तों के साथ है।

एक बयान में IOC USA ने कहा कि मणिपुर म्यांमार की सीमा से लगा हुआ है और मेतेई सहित विभिन्न प्रकार के जातीय समूहों का घर है। ये लोग राज्य में एक संख्यात्मक बहुमत हैं और मुख्य रूप से हिंदू हैं तथा विभिन्न आदिवासी समुदाय हैं, जो बड़े पैमाने पर ईसाई हैं।

#SamPitroda #ManipurViolence #IndianOverseasCongress #IndianDiaspora #Diaspora #Indian #NewIndiaAbroad #IndiaAbroad

Comments

Latest