अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की प्रमुख औद्योगिक सलाहकार और भारतीय मूल की समीरा फाजिली ने व्हाइट हाइस को अलविदा कह दिया है। समीरा राष्ट्रीय आर्थिक परिषद में उप निदेशक थीं। वह अपना पद 2 दिसंबर को छोड़ रही हैं।
भारतीय अमेरिकी समीरा ने मुद्रास्फीति को बढ़ावा देने वाली आपूर्ति श्रृंखला समस्याओं को ठीक करने की कोशिश में व्हाइट हाउस के प्रयासों का नेतृत्व किया है। 'पोलिटिको' की खबर के मुताबिक उनकी विदाई ऐसे समय पर हो रही है जब देश के उत्पाद वितरण में सहजता के संकेत दिखाई देने लगे हैं।
फाजिली अमेरिका की शीर्ष आपूर्ति श्रृंखला के लिए बाइडन की सलाहकार रही हैं और उन्होंने प्रशासन के लिए एक औद्योगिक नीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी के साथ उन्होंने CHIPS और विज्ञान अधिनियम को पारित कराने में भी प्रमुख दायित्व निभाया था।
व्हाइट हाउस की आपूर्ति श्रृंखला टास्क फोर्स की प्रमुख के रूप में वह पिछले साल की छुट्टियों के दौरान सामान की आपूर्ति को सहज बनाने में सहायक थीं। व्हाइट हाउस प्रवक्ता के अनुसार समीरा के औद्योगिक नीति विभाग को अब रोनी चटर्जी संभालने वाले हैं। वह इस समय CHIPS अधिनियम को लागू कराने में व्हाइट हाउस का नेतृत्व कर रहे हैं और अब राष्ट्रीय आर्थिक परिषद में कार्यकारी उप निदेशक के रूप में भी सेवाएं देने वाले हैं।
समीरा फाजिली डॉ. मोहम्मद यूसुफ फाजिली और डॉ. रफीका फाजिली की बेटी हैं, जो कश्मीर से अमेरिका में आकर बस गए थे। व्हाइट हाउस में सेवाएं देने से पहले समीरा ने फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ अटलांटा में सात साल से अधिक समय तक काम किया। सरकार के लिए काम करने से पहले फाजिली येल लॉ स्कूल में क्लिनिकल लेक्चरर थीं। उन्होंने येल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री और हार्वर्ड कॉलेज से सामाजिक अध्ययन में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।