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भारतवंशी डॉक्टर ने पेशे और सरकार से किया धोखा, लगा 1850000 डॉलर का झटका

डॉ. आरती पांड्या ने 2011 से 2016 तक बिना जरूरत के मरीजों की मोतियाबिंद सर्जरी और लेजर इलाज किया और संघीय स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम विभाग में झूठे दावे पेश करके पैसा ले लिया। यही नहीं, कई टेस्ट टूटी हुई मशीन पर कर दिए थे और उनका रिकॉर्ड भी नहीं रखा था।

एक भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर को अपने मरीजों से धोखाधड़ी और सरकार को चूना लगाना बहुत महंगा पड़ गया। समझौते के बाद इसका खामियाजा अब उसे 1,850,000 डॉलर चुकाकर भुगतना पड़ेगा। भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर आरती पांड्या पर बिना जरूरत के मोतियाबिंद की सर्जरी करने और मरीजों का इलाज करके सरकार से पैसा लेने का आरोप साबित हुआ है। अपना गुनाह कबूल करते हुए आरती अब मोटा हर्जाना देने के लिए सहमत हो गई है।

दरअसल, डॉ. आरती डी. पांड्या और उनके पांड्या प्रेक्टिस ग्रुप ने झूठा दावा अधिनियम की शर्तों का उल्लंघन किया है। डॉ. आरती ने उन चिकित्सकीय कार्यों के लिए फर्जी बिलों से सरकार से पैसा वसूला जिनकी जरूरत ही नहीं थी। सेवाओं को स्तरहीन बनाकर भी डॉक्टर ने धांधली की।

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