भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर ने न्यूजर्सी प्रशासन और स्थानीय स्वास्थ्य लाभ कार्यक्रमों और अन्य बीमा कंपनियों के साथ धोखाधड़ी का जुर्म कबूल कर लिया है। 51 वर्षीय सौरभ पटेल नेवार्क में एक क्लिनिक चलाते हैं। उन पर जिला जज रॉबर्ट बी. कुगलर की अदालत में फ्रॉड की साजिश का आरोप लगाया गया था।
न्यूजर्सी में वुडब्रिज के रहने वाले सौरभ पर इससे पहले परिवार के सदस्य काइवल पटेल के जरिए स्वास्थ्य सेवा योजना में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। अदालती दस्तावेजों के अनुसार, काइवल और उनकी पत्नी को फार्मा और दवाओं का कोई अनुभव नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने चिकित्सा उत्पादों और सेवाओं की मार्केटिंग के लिए एबीसी हेल्दी लिविंग नामक कंपनी बना ली। काइवल और उनके साथी ने डॉ. सौरभ से मिलीभगत की और सौरभ अपना कमीशन लेकर बिना जरूरत की दवाओं के प्रिस्क्रिप्शन को अप्रूव करने लगे।
न्याय विभाग ने बयान में कहा कि प्रिस्क्रिप्शन पर अप्रूवल के बाद लोगों को बिना जरूरत के ही इलाज और दवाओं पर बीमा की रकम का भुगतान कर दिया गया। सौरभ ने काइवल और उसकी पत्नी को फायदा पहुंचाने के लिए अपने बीमाकृत मरीजों को बिना वजह यौगिक दवाएं प्रेस्क्राइब कीं।
काइवल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश और संघीय एजेंटों को झूठे बयान देने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। उनके मुकदमे की सुनवाई इस साल के आखिर में होगी। सौरभ के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं, उनमें उन्हें अधिकतम 10 साल की जेल और 250,000 डॉलर के जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। उनकी सजा 27 जून, 2023 को निर्धारित है।