कैलिफोर्निया में एक भारतीय-अमेरिकी पूर्व आईटी पेशेवर को प्रतिभूति धोखाधड़ी के चार मामलों में दोषी ठहराया गया है। 48 वर्षीय शिवनारायण बारामा और एक सह-प्रतिवादी पर दिसंबर 2019 में प्रतिभूति धोखाधड़ी की साजिश का आरोप लगाया गया था। बारामा पहले पालो ऑल्टो नेटवर्क्स में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करता था। उस पर गोपनीय जानकारी हासिल करके 7.3 मिलियन डॉलर (लगभग 60 करोड़ रुपये) का मुनाफा कमाने के आरोप साबित हुए हैं।
अटार्नी स्टेफनी एम हिंड्स के कार्यालय ने एक बयान में बताया कि पालो ऑल्टो में काम करने के दौरान बारामा की मुलाकात कंपनी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में काम करने वाले एक कर्मचारी से हुई। कर्मचारी ने अक्टूबर 2016 से सितंबर 2017 तक कंपनी के तिमाही राजस्व और वित्तीय प्रदर्शन के बारे में गोपनीय अंदरूनी जानकारियां हासिल कीं।