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भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सहयोग दें प्रवासी, US में बोले मोदी के मंत्री

भारत सरकार के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत इस वक्त जीवन में एक बार या सदियों में एक बार आने वाले परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। बदलाव के इस दौर में प्रवासी भारतीयों की देश के ब्रांड एंबेसडर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका है।

भारत सरकार के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बीते दिन अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास पहुंचे। शेखावत ने दूतावास द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेताओं से मुलाकात की और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लिए इस वक्त ‘परिवर्तन के युग’ से गुजर रहा है।

भारत सरकार में जल संसाधन मंत्री शेखावत ने कहा कि भारत इस वक्त सदियों में एक बार मिलने वाले अवसर जैसा बदलाव महसूस कर रहा है। इस बदलाव में प्रवासी भारतीयों की देश के ब्रांड एंबेसडर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में उठाए गए कदमों से भारत आज फास्ट-ट्रैक डेवलपमेंट का लॉन्चिंग पैड बन चुका है। वह 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

शेखावत ने हिंदी में बोलते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका काफी बढ़ गई है और दुनिया तमाम मुद्दों पर उसकी तरफ देख रही है। आज दुनिया में ऐसा कोई मंच नहीं है जहां भारत को नजरअंदाज किया जा सके।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आम आदमी की समस्याओं को हल करने के लिए लगातार काम किया है। भारतीय-अमेरिकियों से परिवर्तन की इस प्रक्रिया का हिस्सा बनने का आग्रह करते हुए शेखावत ने कहा कि हमने जीवन में अपने लिए जो भी क्षेत्र चुना है और जहां भी हम काम करते हैं, वहां हमारा संकल्प होना चाहिए कि भारत के परिवर्तन के इस दौर में हम भी भूमिका निभाएं।

भारतीय-अमेरिकी और भारतीय मूल के चिकित्सकों के संगठन AAPI के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनोद शाह ने कहा कि वह दशकों से अमेरिका में रह रहे हैं लेकिन उन्होंने कभी भारत का कद कभी इतना ऊंंचा नहीं देखा। भारत को इस स्तर पर ले जाने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और भारत सरकार का आभार व्यक्त करना चाहता हूं।

WHEELS ग्लोबल फाउंडेशन से सुरेश चिनॉय ने भारत में FCRA (फॉरेन कांट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट) नियमों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसने भारत में गैर-लाभकारी संगठनों के काम को प्रभावित किया है। जवाब में शेखावत ने आश्वासन दिया कि सरकार मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ है और विश्वास है कि इन मुद्दों और चिंताओं को उचित समय पर सुलझा लिया जाएगा।

मंत्री ने बताया कि एक आंतरिक सरकारी जांच में पाया गया है कि विदेशों से पैसा लेकर 20,000 से अधिक NGO भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। भारत सरकार ने नियमों और विनियमों को कड़ा किया है जिसमें कुछ वास्तविक NGO भी प्रभावित हुए हैं। सरकार इस बारे में जानती है।

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