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डिजिटल पेमेंट लिंक के दायरे को और आगे बढ़ाने में जुटे भारत और सिंगापुर

इस साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर पीएम ली सियन लूंग ने भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और सिंगापुर के पेनाउ के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी को लॉन्च किया था। इस ऐतिहासिक लिंकेज के बाद अब दोनों देश अपने डिजिटल पेमेंट लिंक के दायरे का विस्तार करने के लिए तैयार हैं।

Photo by Magnet.me / Unsplash

भारत अपने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम (UPI) के जरिए सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात सहित अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसी कड़ी में इस साल अगस्त में भारत के UPI और सिंगापुर के PayNow के बीच ऐतिहासिक लिंकेज के बाद अब दोनों देश अपने डिजिटल पेमेंट लिंक के दायरे का विस्तार करने के लिए तैयार हैं। दोनों देश डिजिटल भुगतान लिंक में और अधिक बैंकों को जोड़ने पर विचार कर रहे हैं। जिससे बैंकों की संख्या मौजूदा छह से बढ़कर 14 हो जाएगी।

मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि सिंगापुर से भेजी गई रकम हासिल करने के लिए कम से कम आठ भारतीय बैंकों को जोड़ा जाएगा। यह इस साल की शुरुआत में द्विपक्षीय समझौते से एक कदम आगे होगा। फरवरी में दोनों देशों ने पैसे के लेनदेन को आसान बनाने के लिए पेमेंट मंच लिंकेज की घोषणा की थी। इसके बाद अगस्त में इसे अमलीजामा पहनाया गया था।

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के अनुसार इस योजना में भाग लेने वाले छह भारतीय बैंक एक्सिस बैंक, डीबीएस बैंक इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं। सभी बैंक लिंकेज के माध्यम से सिंगापुर से भेजी गई रकम प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही एक्सिस बैंक और डीबीएस बैंक को छोड़कर अन्य चार बैंक भी लिंकेज के माध्यम से सिंगापुर रकम भेज सकते हैं।

एनपीसीआई के मुताबिक एक भारतीय यूपीआई यूजर्स (जो लिंकेज में भागीदार है) सिंगापुर के यूजर्स के मोबाइल नंबर या वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग करके सिंगापुर के PayNow सदस्य (जो यूपीआई-PayNow लिंकेज में शामिल हैं) के यूजर्स को पैसे भेजने में सक्षम होगा।

इस साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर पीएम ली सियन लूंग ने भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और सिंगापुर के पेनाउ के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी को लॉन्च किया था। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि UPI-PayNow लिंकेज दोनों देशों के नागरिकों के लिए तोहफा है, जिसका उन्हें काफी दिनों से इंतजार था।

जानकारों का कहना कि डिजिटल वॉलेट से होने वाला लेनदेन जल्द ही नकद लेनदेन को पीछे छोड़ देगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सिंगापुर में रहने वाले भारतीय अब यूपीआई के जरिए भारत में पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। वहीं कोई भारतीय छात्र जो सिंगापुर में पढ़ाई कर रहा है तो उसके पैरेंट्स बेहद आसानी से डिजिटल पेमेंट कर यूपीआई (UPI) से उसे पैसे भेज सकेंगे।

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