पर्यटन को लेकर भारतीयों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है। एक नवीनतम रिपोर्ट की मानें तो भारत दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है, जो यात्रा पर दिल खोलकर पैसा लुटाने को तैयार है। अनुमानों के अनुसार 2030 तक यात्रा पर खर्च करने वाला चौथा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी booking.com की ओर से 'हाउ इंडिया ट्रैवल्स' नामक रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत ने 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर यात्रा पर खर्च किया था। हालांकि कोरोना महामारी की वजह से इसकी रफ्तार को थोड़ा ब्रेक लगा। लेकिन इसके बाद एक उल्लेखनीय सुधार दिखता है। अब अनुमान है कि ट्रेवल खर्च 2030 तक 410 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगा। इसके अलावा भारतीय यात्रियों को उसी वर्ष तक सालाना 5 बिलियन ट्रिप पूरी करने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में आगामी दशक को ट्रेवल उद्योग में भारत का 'स्वर्णयुग' बताया गया है। विभिन्न रिपोर्टों के आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए अध्ययन में भविष्यवाणी की गई है कि भारत के पास 2030 तक लगभग 1,600 एयरक्राफ्ट होंगे। यात्रा पैटर्न की जांच करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 29% भारतीय यात्रियों ने 2022 में अवकाश के लिए 25 दिनों से अधिक की यात्राएं कीं, जो अन्य बड़े बाजारों को पार कर गया।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2023 में भारतीय यात्रियों के लिए औसत यात्रा योजना लगभग 30 दिन थी, जो जापान की तुलना में काफी कम थी। जापान में यात्री औसतन 57 दिन पहले अपनी यात्रा की योजना बनाते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीयों के लिए विदेशों में लोकप्रिय गंतव्य दुबई, बैंकॉक, सिंगापुर, लंदन और पेरिस हैं। वियतनाम, इंडोनेशिया और नेपाल भी हवाई संपर्क में वृद्धि और सरल वीजा प्रक्रियाओं के कारण आकर्षण प्राप्त कर रहे हैं।
booking.com में एशिया प्रशांत क्षेत्र की प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष लौरा होल्डवर्थ ने भारतीय यात्री और हॉस्पिटलिटी मार्केट में वैश्विक रुचि को रेखांकित किया है। उनका कहना है कि भारतीयों के अलए अब छुट्टियों पर घूमने का प्लान पूरी तरह से मौसम पर निर्भर नहीं हैं। काफी संख्या में 'ऑफ-पीक' यात्रा की योजना बनाई जा रही है।
रिपोर्ट में भारतीय पर्यटकों की यात्रा प्राथमिकताओं पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें खुलासा किया गया है कि वे एक साथी, पति या पत्नी या परिवार के साथ यात्रा करना पसंद करते हैं। जो बात भारतीय यात्रियों को अलग करती है वह है दोस्तों के साथ यात्रा करने की उनकी प्रवृत्ति। इसमें कहा गया है कि 54 प्रतिशत भारतीय यात्री गंतव्य चुनते समय अपनी पसंदीदा फिल्मों, शो या सितारों से प्रभावित होते हैं।
सोशल मीडिया भी पर्यटन की प्रेरणा का एक और महत्वपूर्ण स्रोत है। खाने-पीने का शौक भी एक प्रमुख प्रभाव में शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक 44% यात्रियों ने इसे 2023 में अवकाश यात्राओं की योजना बनाने में एक शीर्ष विशेषता के रूप में स्थान दिया है। स्थानीय अनुभवों के लिए सरकारी समर्थन घरेलू पर्यटन का एक प्रमुख तत्व है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में पर्यटक आवास की संख्या लगभग दोगुनी हो जाएगी। 2019 की गिनती की तुलना में 2030 तक यह 290,000 तक पहुंच जाएगी।