अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए गृहमंत्री अमित शाह के चीनी विरोध का आज भारत ने करारा जवाब दिया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत के नेता नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश राज्य की यात्रा करते हैं जैसे वे भारत कि किसी भी अन्य राज्य में करते हैं। हम चीन की टिप्पणियों को पूरी तरह से खारिज करते हैं। विरोध से वास्तविकता नहीं बदलेगी।

मंगलवार 11 अप्रैल को भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह आधिकारिक बयान जारी किया है। दरअसल भारत के गृह मंत्री की हाल की अरुणाचल प्रदेश यात्रा पर चीन के आधिकारिक प्रवक्ता ने टिप्पणी की थी।
Our response to media queries regarding Chinese Official Spokesperson’s comments on the recent visit of Home Minister of India to Arunachal Pradesh:https://t.co/9NzmPQBZOD pic.twitter.com/csgI6JuQO3
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 11, 2023
इसके जवाब में बागची ने बयान जारी करते हुए कहा कि हम चीन के आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा की गई टिप्पणियों को पूरी तरह से खारिज करते हैं। भारतीय नेता नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश राज्य की यात्रा करते हैं जैसे कि वे भारत के किसी अन्य राज्य में करते हैं। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग था, है और रहेगा। इस तरह की यात्राओं पर आपत्ति करना तर्कसंगत नहीं है और इससे वास्तविकता नहीं बदलेगी।
आपको बता दें कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश के दौरे का चीन ने विरोध किया था। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि इस क्षेत्र में भारतीय अधिकारियों की गतिविधियां चीन की संप्रभुता का उल्लंघन करती हैं। चीन के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने गृहमंत्री अमित शाह की यात्रा पर एक सवाल के जवाब में कहा था कि जंगनान चीन का क्षेत्र है। जंगनान में भारतीय अधिकारी की यात्रा चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन करती है। यह शांति के लिए अनुकूल नहीं है।
हालांकि अरुणाचल प्रदेश पहुंचे अमित शाह ने भी चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि वो दिन गए जब कोई भी हमारी जमीन पर कब्जा कर लेता था। अब किसी की हिम्मत नहीं जो भारत की सुईं की नोंक बराबर जमीन पर कब्जा कर सके।