MP में 'काकर भैरव' किसी और रूप में सामने आ गए, आखिर क्या है मामला?
मध्य प्रदेश के धार में मंडलोई परिवार पीढ़ियों से 'पत्थर के गोलों' की शक्ल वाले इन प्रतीकों की पूजा कर रहा था। लेकिन शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया कि ये गोलाकार वस्तुएं कुछ और हैं। उन्होंने पाया कि ये पत्थर के गोले वास्तव में पिछले युग के डायनासोर के अंडे थे।
