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भारत ने UN में कहा, यूक्रेन युद्ध से प्रभावित छात्रों को राहत देने पर कर रहे विचार

कंबोज ने कहा कि यूक्रेन संकट की वजह से देश भर में 75 लाख से ज्यादा बच्चों पर बुरा असर पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ये नहीं भूलना चाहिए कि इस संकट से काफी तादाद में विदेश छात्र भी प्रभावित हुए हैं।

यूक्रेन में युद्ध की वजह से भारतीय छात्रों की पढ़ाई को प्रभावित होने से रोकने के लिए भारत सरकार अपने विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रही है। फरवरी में रूस की ओर से यूक्रेन में हमला शुरू किए जाने के बाद से लगभग 22,500 नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराई जा चुकी है। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

यूक्रेनः बच्चों एवं नागरिकों के हितों की रक्षा विषय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कंबोज ने कहा कि यूक्रेन संकट की वजह से देश भर में 75 लाख से ज्यादा बच्चों पर बुरा असर पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ये नहीं भूलना चाहिए कि इस संकट से काफी तादाद में विदेश छात्र भी प्रभावित हुए हैं। इनमें भारत के भी छात्र हैं। कंबोज ने यूक्रेन के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि इस संकट की वजह से बहुत से लोगों की जानें गई हैं। नागरिकों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं समेत तमाम लोग बेघर हो गए हैं। उन्हें पड़ोसी देशों शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा है।

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