Skip to content

तीन बच्चों की मां रवींद्रन विस्कॉन्सिन से क्यों लड़ना चाहती हैं सीनेट का चुनाव

रेजानी साल 2011 में भारत से अमेरिका आ गई थीं। शुरुआत में उन्होंने बतौर नर्स अमेरिका में काम किया। साल 2017 में विस्कॉन्सिन जाने से पहले वह कैलिफोर्निया में रहती थीं। रवीन्द्रन 2015 में अमेरिकी नागरिक बन गईं थीं।

भारत में जन्मी 40 वर्षीय कॉलेज छात्रा रेजानी रवींद्रन ने अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन में सीनेट के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की है। इसके साथ ही वह डेमोक्रेटिक सीनेटर टैमी बाल्डविन के खिलाफ आधिकारिक तौर पर चुनाव लड़ने वाली पहली रिपब्लिकन भी बन गई हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-स्टीवंस प्वाइंट कॉलेज रिपब्लिकन की अध्यक्ष रेजानी रवींद्रन ने मंगलवार को पोर्टेज काउंटी में 61 वर्षीय बाल्डविन के खिलाफ आधिकारिक तौर पर अपनी दौड़ शुरू की। मिल्वौकी जर्नल सेंटिनल की रिपोर्ट के अनुसार इस घोषणा ने रेजानी रवींद्रन को विस्कॉन्सिन में पहला रिपब्लिकन सीनेट उम्मीदवार बना दिया है जबकि प्राथमिक चुनाव में सिर्फ एक साल का समय बचा है।

रेजानी ने मंगलवार को अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा कि मैं बहुत सारे राजनेताओं, पैरवीकारों और नीति निर्माताओं से मिली हूं। उनमें से कई सीनेट में 20, 30 और 40 वर्षों से थे। हम उन्हें चुनते हैं, उन्हें भेजते हैं और वे बाद में इतने सहज हो जाते हैं और हमारे बारे में सब कुछ भूल जाते हैं। फिर हम उन्हें वहां क्यों भेजते हैं।

बता दें कि तीन बच्चों की मां रेजानी रवींद्रन अभी तक राजनीति में पूरी तरह से नहीं उतरी हैं। उन्होंने बताया कि वह इस साल स्टीवंस प्वाइंट कॉलेज रिपब्लिकन में शामिल हुईं और इस गर्मी की शुरुआत में वाशिंगटन की यात्रा के बाद ही उन्होंने सीनेट के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया। वह अगले वर्ष राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल करने की योजना बना रही है।

पिछले हफ्ते मिल्वौकी जर्नल सेंटिनल के साथ अपने साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं देख रही हूं कि हमारे देश में क्या चल रहा है। मुझे एहसास हुआ कि इन पॉलिश राजनेताओं का डीसी पर कितना (वर्चस्व) है। मुझे एहसास हुआ कि हमारी राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है। हमें नये विचारों वाले कुछ नये चेहरों की जरूरत है। मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और मैं राजनीतिज्ञ नहीं बनना चाहती हूं।

बता दें कि रेजानी साल 2011 में भारत से अमेरिका आ गई थीं। शुरुआत में उन्होंने बतौर नर्स अमेरिका में काम किया। साल 2017 में विस्कॉन्सिन जाने से पहले वह कैलिफोर्निया में रहती थीं। उन्होंने कहा कि मैं एक नियमित व्यक्ति हूं जो नियमित लोगों के जीवन की स्थितियों को जानती है। रवीन्द्रन 2015 में अमेरिकी नागरिक बन गईं थीं। इसका मतलब है कि उन्हें 2024 में एक अमेरिकी नागरिक के तौर पर नौ साल हो जाएंगे जो कि सीनेटर बनने के लिए आवश्यक न्यूनतम अवधि है।

रवींद्रन ने कहा कि उनका अभियान सीमा को सुरक्षित करने और फेंटेनाइल जैसी अवैध दवाओं पर नकेल कसने, अवैध आप्रवासन को रोकने और चिकित्सा स्वतंत्रता की वकालत करने पर केंद्रित होगा। रवींद्रन ने कहा है कि उन्होंने 2016 और 2020 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था और 2024 में फिर से उनका समर्थन कर रही हैं।

Comments

Latest