भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच शुक्रवार को एक मंत्रिस्तरीय बैठक हुई। इस दौरान भारत ने वर्तमान इजरायल-हमास संकट को समाप्त करने के लिए दो-राज्य समाधान की आवश्यकता को दोहराया। दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमास के हमले पर ध्यान केंद्रित किया। इसके साथ ही गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए लोगों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया। हालांकि इस बातचीत में युद्धविराम का कोई उल्लेख नहीं था। इसके बजाय भारत और अमेरिका ने संघर्ष में 'मानवीय विराम' का आह्वान किया।
Fifth India-US 2 plus 2 Ministerial Dialogue gets underway in New Delhi; Raksha Mantri Rajnath Singh & EAM Dr S Jaishankar meet their US counterpartshttps://t.co/73nqAePUjV
— All India Radio News (@airnewsalerts) November 10, 2023
'2+2' बैठक का नेतृत्व भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। अमेरिकी पक्ष की ओर से ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन शामिल थे। इस दौरान खालिस्तानी समूहों को लेकर भारत-कनाडा विवाद, बांग्लादेश में आगामी चुनाव और हिंद-प्रशांत की स्थिति सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई।
Glad to receive @SecBlinken and @SecDef. The “2+2” Format is a key enabler for further strengthening the India-US Comprehensive Global Strategic Partnership. Our shared belief in democracy, pluralism and the rule of law underpins our mutually beneficial cooperation in diverse… pic.twitter.com/IGku8yJJsj
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2023
'2+2' मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान में इजलाइल के खिलाफ भयावह आतंकवादी हमलों का जिक्र करते हुए मंत्रियों ने दोहराया कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ इजराइल के साथ खड़े हैं। दोनों देशों ने नागरिकों की सुरक्षा सहित अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की बात करते हुए उन्होंने सभी शेष बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया। भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि भारत ने संकट से निपटने के लिए 'दो-राष्ट्र समाधान और बातचीत की जल्द बहाली' का प्रस्ताव दिया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की दिल्ली में हुई बातचीत इजरायल-फिलिस्तीनी संकट पर उनकी कूटनीति का एक हिस्सा थी, जिसने गाजा पट्टी पर लगातार इजरायली बमबारी के कारण भारी मानवीय नुकसान उठाया है। संयुक्त बयान ने 4 नवंबर को अम्मान में हुए अरब विदेश मंत्रियों के साथ एक बैठक के दौरान ब्लिंकन के हालिया तर्कों को ही सामने रखा था, जहां अमेरिका ने गाजा में युद्धविराम का आह्वान करने से इनकार कर दिया था।
ब्लिंकन और ऑस्टिन ने शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र, बहुलवाद और कानून के शासन में हमारा साझा विश्वास विभिन्न क्षेत्रों में हमारे परस्पर लाभकारी सहयोग को रेखांकित करता है। भारत-अमेरिका साझेदारी वास्तव में वैश्विक भलाई के लिए एक शक्ति है। भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सद्भाव का संकेत देते हुए ऑस्टिन ने कहा कि हम अत्याधुनिक तकनीक साझा कर रहे हैं।