यूक्रेन के चार इलाकों पर रूस के कब्जे की निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित किया है। इस प्रस्ताव के पक्ष में 143 सदस्यों ने मतदान किया था जबकि 5 ने विरोध में वोट दिया। भारत सहित 35 देशों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। महासभा में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने प्रस्ताव पर अपने फैसले को 'सुसंगत' बताया और यूक्रेन में संघर्ष बढ़ने पर गहरी चिंता जताई।
#IndiaAtUN#India’s 🇮🇳 Explanation of Vote at The Eleventh Emergency Special Session of the @UN General Assembly at the United Nations. @MEAIndia @IndianDiplomacy @IndiainUkraine pic.twitter.com/9YBHpmT20e
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) October 12, 2022
महासभा में लाए गए प्रस्ताव में कहा गया कि यूक्रेन के डोनेत्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और ज़ापोरिज्जिया पर कब्जे का रूसी प्रयास अवैध है। इसकी अंतरराष्ट्रीय कानून में कोई मान्यता नहीं है। इस प्रस्ताव को लेकर भारत का रुख स्पष्ट करते हुए स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि हमारा निर्णय सुसंगत है और राष्ट्रीय स्थिति को देखते हुए विचार के बाद ये फैसला लिया गया है। कंबोज का कहना था कि प्रस्ताव में दबाव वाले अन्य मुद्दे भी हैं जिन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है।