खराब आबोहवा के मामले में भारत दुनिया के कुछ सबसे बदनाम देशों में शुमार है और यह स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को जारी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में भारत को साल 2022 में दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश बताया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में 19 एशिया में हैं और इनमें से 14 भारत के शहर हैं।
यह रिपोर्ट हवा में प्रदूषण की जांच करने वाली स्विस एजेंसी IQ एयर ने जारी की है। बताया है कि 131 देशों में वायु प्रदूषण की स्थिति का आंकलन करके ये रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में प्रदूषणकारी कण पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 के आंकड़े देते हुए बताया गया है कि भारतीय शहरों में यह औसतन 53.3 माइक्रोग्राम पाया गया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन की सुरक्षित सीमा से 10 गुना अधिक है।
वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया का सबसे प्रदूषित देश चाड है जहां औसत वायु प्रदूषण पीएम 2.5 स्तर पर 89.7 पाया गया है। इराक दूसरा सबसे प्रदूषित देश है। तीसरे नंबर पर पाकिस्तान है। भारत 8वें पायदान पर हैं जबकि 2021 में वह पांचवें नंबर पर था।
रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि वायु प्रदूषण की वजह से भारत को 150 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। भारत में वायु प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह परिवहन सेक्टर है जो कुल प्रदूषण का 20-35 फीसदी प्रदूषण पैदा करता है। इसके अलावा उद्योग, कोयले से चलने वाले पावर प्लांट भी खराब हवा के लिए जिम्मेदार हैं।
दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों के मामले में भी भारत की स्थिति अच्छी नहीं है। सबसे प्रदूषित टॉप 100 शहरों में 65 शहर भारत के हैं। टॉप 10 सबसे प्रदूषित शहरों में छह भारतीय शहर हैं। पाकिस्तान के लाहौर को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है जहां पीएम 2.5 का स्तर 97.4 मापा गया है। दूसरे नंबर पर चीन का होतन शहर है।
इस रिपोर्ट में सबसे प्रदूषित 10 शहरों में तीसरे नंबर पर भारत का भिवाड़ी और राजधानी दिल्ली का नाम है। टॉप 10 के बाकी भारतीय शहरों में बिहार का दरभंगा, असोपुर, पटना, नई दिल्ली का नाम शामिल है। शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित देश के नाम चाड, इराक, पाकिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, बुर्किना फासो, कुवैत, भारत, मिस्र और ताजिकिस्तान हैं।