भारत और जर्मनी ने एकदूसरे के यहां पढ़ाई और नौकरी को आसान बनाने के लिए अहम समझौता किया है। नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण इस समझौते पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनकी जर्मन समकक्ष एन्नालेना बेयरबॉक ने सोमवार को हस्ताक्षर किए। इसे समझौते में कहा गया है कि इससे हमारे नागरिकों को एकदूसरे के देश में जाकर पढ़ने, रिसर्च करने और काम करने में आसानी होगी।
मई में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बर्लिन यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी पर सहमति बनी थी। दोनों सरकारों ने उम्मीद जताई थी कि यह भागीदारी छात्रों, पेशेवरों और शोधार्थियों की पारस्परिक गतिशीलता को बढ़ाएगी। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा था कि हम प्रवासन व कुशल कामगारों का उपयोग आपसी बेहतरी के लिए कर सकते हैं।