भारत और जर्मनी ने एकदूसरे के यहां पढ़ाई और नौकरी को आसान बनाने के लिए अहम समझौता किया है। नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण इस समझौते पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और उनकी जर्मन समकक्ष एन्नालेना बेयरबॉक ने सोमवार को हस्ताक्षर किए। इसे समझौते में कहा गया है कि इससे हमारे नागरिकों को एकदूसरे के देश में जाकर पढ़ने, रिसर्च करने और काम करने में आसानी होगी।
जर्मनी की FM @ABaerbock के साथ आज विस्तृत बातचीत। हमारे जारी संवाद को इस बार और अधिक विस्तार से आगे बढ़ाया।
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 5, 2022
द्विपक्षीय संबंधों और कई महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हमारे साझा दृष्टिकोण की समीक्षा की। https://t.co/V5isZgh7si
मई में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बर्लिन यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी पर सहमति बनी थी। दोनों सरकारों ने उम्मीद जताई थी कि यह भागीदारी छात्रों, पेशेवरों और शोधार्थियों की पारस्परिक गतिशीलता को बढ़ाएगी। जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा था कि हम प्रवासन व कुशल कामगारों का उपयोग आपसी बेहतरी के लिए कर सकते हैं।