कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने मरीजों को नशीले पदार्थ वाली दवाएं देना का जुर्म कबूल कर लिया है। 76 वर्षीय स्वतंत्र चोपड़ा को 5 सितंबर को सजा सुनाई जाएगी। चोपड़ा मोडेस्टो के रहने वाले हैं।
यूएस अटॉर्नी फिलिप ए. टॉलबर्ट ने बताया है कि स्वतंत्र चोपड़ा ने इलाज के तौर तरीके से हटकर और पेशेवर डॉक्टरी से परे जाकर अपने मरीजों को अवैध दवाएं लिखी थीं। इन दवाओं में अत्यधिक नशा होता है। अक्सर इनका दुरुपयोग किया जाता है। ये दवाएं केंद्रीय तंत्रिका तंत्र तक को प्रभावित कर देती हैं। बहुत जरूरी होने पर ही इन्हें मरीजों को देने का सुझाव दिया जाता है।
चोपड़ा को 2018 में गिरफ्तार किया गया था। उन पर हाइड्रोकोडोन, अल्प्राजोलम और कोडीन सिरप के साथ प्रोमेथाजि़न को गैरकानूनी तरीके से मरीजों को देने का आरोप था। वर्ष 2020 में उन्होंने अपना मेडिकल लाइसेंस सरेंडर कर दिया था।
कैलिफोर्निया के पूर्वी जिले के यूएस अटॉर्नी कार्यालय ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि डिस्ट्रिक्ट जज जेनिफर एल. थर्सटन 5 सितंबर को इस मामले में चोपड़ा को फैसला सुना सकती हैं। दोषी पाए जाने पर चोपड़ा को अधिकतम 20 वर्ष की जेल हो सकती है। 10 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
#californiaindian #usindiandoctor #doctoropiod #IndianDiaspora #Diaspora #Indian #NewIndiaAbroad #IndiaAbroad