अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों में कामकाज, पढ़ाई या प्रवास के लिए जाने की चाहत रखने वाले भारतीयों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वह इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम IELTS का अपना स्कोर (बैंड) सुधारने के लिए अपनी पसंद के किसी एक मॉड्यूल (विधा) में दोबारा परीक्षा दे सकेंगे और अपना प्रदर्शन बेहतर कर सकेंगे। यह मौका अगले साल मार्च से मिलने लगेगा।
अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा आदि जाने के लिए IELTS परीक्षा पास करना जरूरी होता है। इस परीक्षा में उम्मीदवार के अंग्रेजी पढ़ने, बोलने, सुनने और लिखने के कौशल (मॉड्यूल) का परीक्षण किया जाता है। चारों मॉड्यूल के अंक मिलाकर ही बैंड स्कोर बनता है।