अमेरिका में हेट क्राइम के मामलों में पिछले तीन दशकों में सबसे ज्यादा 2021 में इजाफा हुआ। अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने इसी हफ्ते जारी अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। इसमें एशियाई मूल के लोग सबसे ज्यादा निशाने पर रहे।
राज्यों और स्थानीय न्यायालयों से मिली जानकारी के आधार पर बताया गया है कि अमेरिका में साल 2021 में पूर्वाग्रह से प्रेरित 10,840 अपराध दर्ज किए गए। यह आंकड़ा साल 2020 की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत अधिक रहा। इनके पीड़ितों में अल्पसंख्यक, धार्मिक समूह, गे और लेस्बियन सहित कई समुदाय शामिल हैं।
2021 में एशियाई मूल के लोगों को निशाना बनाकर 746 हमले किए गए, जो एक साल पहले सिर्फ 249 थे। सैन बर्नार्डिनो में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर दि स्टडी ऑफ हेट एंड एक्सट्रीमिज्म के निदेशक ब्रायन लेविन ने इस रेकॉर्ड पर चिंता जताते हुए इसे भयावह बताया है।
इसी हफ्ते एक साक्षात्कार में लेविन ने कहा कि हमारा शोध यह दर्शाता है कि इस दशक में हेट क्राइम संक्रमण के दौर से गुजर रहा है। लेविन की टीम ने तीन दर्जन बड़े शहरों से इकट्ठा किए गए डेटा के आधार पर यह विश्लेषण किया है।
एसोसिएट अटॉर्नी जनरल वनिता गुप्ता ने सोमवार को एक लिखित बयान में कहा, हेट क्राइम और इस तरह की तबाही मचाने वाले समुदाय का देश में कोई स्थान नहीं है। न्याय विभाग पूर्वाग्रह से प्रेरित हिंसा के सभी रूपों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। आपराधिक न्याय विश्लेषकों का कहना है कि हेट क्राइम के पीड़ित भाषा की मुश्किलों या घृणा के डर से रिपोर्ट दर्ज नहीं कराते हैं। उन्हें लगता है शायद पुलिस उनकी रिपोर्ट को गंभीरता से लेगी या नहीं।
वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में काले लोगों पर हुए हमले 2,871 से बढ़कर 3,277 हो गए। इसके बाद गोरे लोगों को निशाना बनाकर किए हमलों के मामले 869 से बढ़कर 1,107 दर्ज किए गए। गे पुरुषों के मामले 673 से बढ़कर 948, यहूदी लोगों पर 683 की तुलना में 817 अपराध हो गए। एशियाई मूल के लोगों को भी निशाना बनाया गया है।