Skip to content

भारत की सॉफ्ट पावर से दुनिया को कैसे राह दिखाएं प्रवासी, PBD में लेखी ने बताया

भारत की विदेश व संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि भारत ने अपनी कला और रचनात्मकता में नवीनतम तकनीक को शामिल तो किया लेकिन अपनी संस्कृति को कभी नहीं छोड़ा। भारत का दृष्टिकोण कभी विनाशकारी नहीं रहा। अब वक्त है कि भारतीय अपनी कला और रचनात्मकता से पूरे विश्व को भविष्य का रास्ता दिखाएं।

इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दूसरे दिन भारत सरकार में विदेश व संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सॉफ्ट स्किल्स के मामले में भारत शुरू से ही अग्रणी रहा है। हमारी कला, भोजन और रचनात्मकता का लोहा आज पूरा विश्व मान रहा है। हमें अपनी संस्कृति और इसमें समाहित सॉफ्ट पावर पर गर्व होना चाहिए। अब वक्त है कि भारतीय अपनी कला और रचनात्मकता से पूरे विश्व को भविष्य का रास्ता दिखाएं।

सम्मेलन के दौरान 'भारत की सॉफ्ट पावर का लाभ उठाना - शिल्प, व्यंजन और रचनात्मकता के माध्यम से सद्भावना' सेशन में केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि कला, भोजन और रचनात्मकता भारतीय संस्कृति का पुरातन काल से हिस्सा रहे हैं। सरकारी प्रयास शुरू होने से बहुत पहले ही दुनिया भारत की सॉफ्ट पावर के बारे में जान गई थी। पश्चिमी देशों में मशहूर हो रहे मिलेट और योग, पुरातन काल से भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रहे हैं।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest