गुयाना के साथ संबंधों को मजबूत करते हुए भारत सरकार ने एक हवाई सेवा समझौते पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को यह फैसला किया। कहा जा रहा है कि यह दोनों देशों के बीच उड़ान सेवाओं का मार्ग सुगम बनाएगा।
हालांकि इसे लेकर अभी दोनों देशों के बीच जरूरी आंतरिक प्रक्रिया पूरी करना बाकी है। उसके बाद ही यह समझौता लागू होगा। भारत सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गुयाना के साथ हवाई सेवा समझौते पर हस्ताक्षर से दोनों देशों के बीच हवाई सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा।
2012 की जनगणना के अनुसार गुयाना में भारतीय प्रवासियों की अच्छी खासी संख्या है और वह गुयाना का सबसे बड़ा जातीय समूह है। गुयाना की लगभग 40 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है। भारत सरकार के मुताबिक यह समझौता दो देशों के बीच हवाई सेवा के लिए कानूनी ढांचा मुहैया करेगा।
इस समझौते पर काम की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। 6 दिसंबर 2016 को बहामास के नासाओ में हुए ICAO एयर सर्विसेज नेगोशिएशन इवेंट के दौरान भारत और गुयाना का प्रतिनिधिमंडल मिला था। उस समय दोनों देशों ने हवाई सेवाओं के लिए एक हवाई सेवा समझौते की शुरुआत की थी। वर्तमान में भारत के पास ऐसे लगभग 110 देशों के साथ हवाई सेवा समझौते हैं।