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भूकंप पीड़ितों की मदद को आगे आया GOPIO, संगीत के जरिए जुटाई राहत

भारतीय मूल के लोगों के वैश्विक संगठन GOPIO- एडिसन ने तुर्किये में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए आभासी संगीतमय कार्यक्रम आयोजित करके दान इकट्ठा किया। इस भूकंप में 50,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है।

भारतीय मूल की गायिका-संगीतकारपल्लवी वर्मा बेलवारियर (साभार सोशल मीडिया)

भारतीय मूल के लोगों के वैश्विक संगठन (GOPIO) के नए चैप्टर GOPIO एडिसन ने तुर्किये में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए एक आभासी संगीतमय कार्यक्रम आयोजित कर दान इकट्ठा किया। 12 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में स्वरताल संगीत की तरफ से प्रस्तुतियां  पेश की गईं।

तुर्किये में भूकंप से हजारों लोग हताहत हुए हैं। (साभार सोशल मीडिया)

इस साल 6 फरवरी को दक्षिण और मध्य तुर्किये और उत्तर-पश्चिम सीरिया में बड़ा भूंकप आया था जिसने वहां भारी तबाही मचाई। भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए संस्था ने अपने कदम बढ़ाए हैं। पल्लवी वर्मा बेलवारियर एक भारतीय गायिका-संगीतकार हैं। वह GOPIO की सह संस्था न्यूजर्सी की अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने पीड़ितों की मदद के लिए वर्चुअल शो की शुरुआत की। लोगों से दान करने का आग्रह किया।

संस्था के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. थॉमस अब्राहम ने कहा कि जब तुर्किए और सीरिया में बड़े पैमाने पर भूकंप आया, संस्था ने पैकेज्ड फूड, पुरुषों व महिलाओं के लिए जैकेट, कंबल भिजवाने की व्यवस्था की। उन्होंने कहा, बेबी फूड, डायपर और ऑर्थोपेडिक जरूरी सामान की भी व्यवस्था की गई। हालांकि इसकी पहल शुरू करने वाली बीना मेहता रहीं। उन्होंने कहा कि 12 मार्च के अनुदान का उपयोग खासकर पीड़ित परिवारों के छोटे-छोटे बच्चों के लिए होगा।

उन्होंने कहा, मीडिया से जानकारी मिली है कि इस प्राकृतिक आपदा में लगभग 50,000 लोगों की मृत्यु हो गई है। और इससे ज्यादा लोग आपदा प्रभावित हैं। हम तुर्किये दूतावास और अहाद नामक उनके राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संगठन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मेहता तुर्की दूतावास और तुर्की एयरलाइंस की मदद से राहत कार्यों को अंजाम दे रही हैं।

GOPIO के बारे में बताएं तो इसकी स्थापना 1989 में न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के लोगों द्वारा वैश्विक सम्मेलन में की गई थी। 40 देशों में इसके 100 से अधिक चैप्टर हैं। इस GOPIO चैप्टर को मार्च 2022 में पेश किया गया था।

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