धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति समावेशिता के मामले में भारत दुनिया में शीर्ष स्थान पर है। यह बात भारत के सेंटर फॉर पॉलिसी एनालिसिस (CPA) की ओर से जारी पहली वैश्विक अल्पसंख्यक रिपोर्ट में कही गई है। 110 देशों की इस लिस्ट में अमेरिका चौथे स्थान पर और चीन 90वें स्थान पर है। यह पहली बार है कि जब किसी भारतीय निकाय ने धार्मिक अल्पसंख्यकों से व्यवहार के आधार पर देशों का मूल्यांकन किया है।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा जारी की गई यह रिपोर्ट मानवाधिकारों, अल्पसंख्यकों, धार्मिक स्वतंत्रता की अवधारणा और धार्मिक अल्पसंख्यकों की सांस्कृतिक दुविधा, धार्मिक मतभेदों के कारणों और अन्य संबंधित वैचारिक मुद्दों पर आधारित है।