अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (एएसयू) का दौरा किया। एएसयू में भारी संख्या भारतीय छात्र अध्ययन करते हैं, लिहाजा इसे भारतीय छात्रों का गढ़ भी कहा जाता है। संधू ने विश्वविद्यालय के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और लेजर अनुसंधान में नवीनतम ज्ञान से वाकिफ होने के लिए क्लासरूम और प्रयोगशालाओं की भी जानकारी ली।
संधू ने कहा, ‘प्रमुख विषयों में भारतीय छात्रों और शिक्षकों की पर्याप्त उपस्थिति देखकर मुझे खुशी हुई। मैं भारत के साथ एएसयू के मौजूदा संबंधों को मजबूत करने और भारत में नीतिगत पहल के तहत नए अवसरों का पता लगाने के लिए प्रेसिडेंट माइकल क्रो और टीम के साथ काम करने की आशा करता हूं।’
संधू ने एएसयू के टेम्पे परिसर का दौरा किया। ल्यूमिनोसिटी लैब में निदेशक और छात्रों से मुलाकात की और उनकी शहर अनुकारी परियोजना के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने कई और संस्थानों का दौरा किया। संधू ने एएसयू के अध्यक्ष माइकल क्रो से मुलाकात के दौरान भारत में उच्च शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने और दोनों देशों के बीच बढ़ती साझेदारी पर चर्चा की। वाणिज्य और शिक्षा मंत्री सुजा के मेनन और राजदूत संधू के फर्स्ट सेक्रेटरी स्टीफन मणि भी चर्चा में शामिल हुए।
राजदूत की यह यात्रा क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (iCET) पर अमेरिका-भारत पहल के महत्व को रेखांकित करती है। पिछले साल इसकी घोषणा की गई थी। इसका लक्ष्य दोनों सरकारों, व्यवसायों और शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी को बढ़ाना देना और विस्तारित करना है।
एएसयू में राजदूत की रुचि वैश्विक जुड़ाव के लिए विश्वविद्यालय की गहरी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। एएसयू को अमेरिका में शीर्ष सार्वजनिक विश्वविद्यालय के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में एएसयू में 158 देशों के 15,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्र अध्ययन करने के लिए पहुंचे।
वर्ष 2017 के बाद से 13,500 से अधिक भारतीय छात्रों ने वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (ओपीटी) में भाग लिया है। यह प्रशिक्षण अमेजॉन, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, टेस्ला सहित प्रमुख अमेरिकी कॉरपोरेट्स में नौकरी दिलाने के लिहाज से बेहतर माना जाता है। एएसयू में 12,600 से अधिक भारतीय छात्र अध्ययन कर चुके हैं। एएसयू की भारत में 11 विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक भागीदारी है।