Skip to content

जी-20 अध्यक्षताः भारत के लिए वैश्विक एजेंडे में अपना योगदान साझा करने का मौका

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता दुनिया में एकता की सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने का काम करेगी इसीलिए हमारी थीम- 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है। ये सिर्फ एक नारा नहीं है।

विश्व पटल पर भारत ने अपनी प्रतिष्ठा और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आज एक और कदम बढ़ा दिया। भारत ने दुनिया में आर्थिक रूप से सबसे संपन्न देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता अगले एक वर्ष के लिए गुरुवार (1 दिसंबर) को औपचारिक रूप से संभाल ली।भारत इस मंच के जरिए अंतरराष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में अपने योगदान को साझा करेगा और विश्व में अपनी मजबूत होती पहचान को और सुदृढ़ करेगा।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता विश्व एकता की सार्वभौमिक भावना को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेगी। गौरतलब है कि जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का ऐसा मंच है जो वैश्विक GDP के 85 प्रतिशत हिस्से, दुनिया भर में कारोबार के 75 प्रतिशत से अधिक भाग और विश्व की दो-तिहाई आबादी का भी प्रतिनिधित्व करता है।

This post is for paying subscribers only

Subscribe

Already have an account? Log in

Latest