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ब्रिटिश-भारतीय जासूस नूर इनायत खान की कहानी ने मचाई लंदन के मंच पर धूम

नूर ब्रिटेन की स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव (एसओई) से नाजी के कब्जे वाले फ्रांस में भेजी जाने वाली पहली महिला अंडरकवर वायरलेस ऑपरेटर थीं। उनकी कहानी सबसे पहले ब्रिटेन में रहने वाली लेखिका श्रावणी बासु द्वारा लिखित जीवनी 'स्पाई प्रिंसेस: द लाइफ ऑफ नूर इनायत खान' के माध्यम से सामने आई।

लंदन के रंगमंच पर जैसे ही ब्रिटिश-भारतीय जासूस नूर इनायत खान की कहानी उतरी तो जिज्ञासाओं के कई रंग देखने को मिले। ब्रिटिश-भारतीय जासूस नूर की भारतीय विरासत 18वीं सदी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान तक जाती है।

इस महीने साउथवार्क प्लेहाउस में 'नूर' का मंचन किया गया। ये नाटक एक युवा, सूफी शांतिवादी युद्ध नायिका की अविश्वसनीय कहानी है। इसमें बताया गया कि नूर ब्रिटेन की स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव (एसओई) से नाजी के कब्जे वाले फ्रांस में भेजी जाने वाली पहली महिला अंडरकवर वायरलेस ऑपरेटर थीं।

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