भारत अपनी आजादी के 75वें वर्ष का अमृत महोत्सव मना रहा है। अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत द्वारा अपने गौरवशाली इतिहास और संस्कृति का प्रचार किया जा रहा है। यह जश्न केवल भारत में ही नहीं बल्कि विभिन्न मिशनों के जरिए विदेशों में भी मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मित्र देश मॉरीशस अपने सरकारी रेडियो पर भारतीय राज्यों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। रेडियो कार्यक्रम को 'दर्शन' नाम दिया गया है जिसमें 28 राज्यों की अद्वितीयता पर बात की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि मॉरीशस की करीब 70 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है। चूंकि भारत और मॉरीशस एक जैसी संस्कृति साझा करते हैं। इसलिए कार्यक्रम को मॉरीशस में लॉन्च करने का उद्देश्य वहां के नागरिकों को उनके मूल स्थान भारत के गौरवशाली इतिहास से रू-ब-रू कराना है।

15 अगस्त से पहले सभी राज्यों को कवर करना लक्ष्य
साप्ताहिक रेडियो कार्यक्रम मॉरीशस ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन की पहल है जिसे भारतीय उच्चायोग के सहयोग का भी खूब सहयोग मिल रहा है। कार्यक्रम के केंद्र में है भारत के राज्यों को रखा गया है। हर एपिसोड में एक राज्य पर विस्तार से बताया जा रहा है जिसमें विशेषज्ञों का पैनल उस राज्य के इतिहास, ऐतिहासिक धरोहर स्थलों, वेशभूषा, खानपान, कला-संस्कृति पर चर्चा करता है। रेडियो मॉरीशस के इस कार्यक्रम की शुरुआत 5 फरवरी को हुई है और 13 अगस्त तक भारत के 28 राज्यों को कवर कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। हर कड़ी का वीडियो भारतीय मिशन अपने यूट्यूब चैनल पर इसे अपलोड कर रहा हैं ताकि कार्यक्रम अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।

भारतीय दूतावास ने अपने एक बयान में कहा, 'आजादी का अमृत महोत्सव के संदर्भ में, एमबीसी ने साप्ताहिक रेडियो कार्यक्रम 'दर्शन' शुरू किया है- जिसमें भारत के 28 राज्यों की अद्वितीयता को केंद्र में रखा गया है।'
The weekly radio programme ‘Darshan’ is an initiative of the Mauritius Broadcasting Corporation in collaboration with High Commission of India, Mauritius. #AmritMahotsav@MEAIndia @IndianDiplomacy @iccr_portlouis @iccr_hq @incredibleindia
— India in Mauritius (@HCI_PortLouis) April 11, 2022
दिल्ली से लेकर आंध्र सभी राज्यों के 'दर्शन'
जब बात भारत की हो तो इसकी शुरुआत भला देश की राजधानी दिल्ली को छोड़कर किसी अन्य शहर से कैसे हो सकती है। रेडियो मॉरीशस ने भी इसका ख्याल रखा है और पहला एपिसोड दिल्ली को समर्पित किया। चर्चा की शुरुआत महाभारत के काल से हुई और फिर शेरशाह सूरी, खिलजी, लोदी से लेकर ब्रिटिश काल तक पर बात की गई। अगले एपिसोड में आंध्र प्रदेश के वन्यजीवन, जीवंत संस्कृति, भव्य स्थापत्य कला पर चर्चा की गई।
तीसरी कड़ी में उस जगह की चर्चा हुई जिसे उगते हुए सूरज का राज्य कहा जाता है, जी हां, हम अरुणाचल प्रदेश की बात कर रहे हैं। पैनल विशेषज्ञों ने पूर्वोत्तर के इस राज्य की कला-संस्कृति, एतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक आकर्षण को केंद्र में रखा। अब तक दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश, पूर्वात्तर के अरुणाचल प्रदेश व असम, पश्चिम के गोवा और उत्तर के हरियाणा व हिमाचल प्रदेश पर एपिसोड का प्रसारण किया जा चुका है।