विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने सिंगापुर में सोमवार को कहा कि चुनाव प्रक्रिया में प्रवासी भारतीयों की भागीदारी पर चुनाव आयोग फैसला करेगा। प्रवासी भारतीयों के साथ यहां एक बैठक के दौरान एक सवाल के जवाब में मुरलीधरन ने कहा कि भारत के चुनाव में प्रवासी भारतीय हिस्सा ले सकेंगे।
Happy to meet representatives of community associations in Singapore. It gave me a useful opportunity to understand their needs and concerns. The welfare and wellbeing of Indian community abroad is a key priority of the Government of India. pic.twitter.com/m72WklFJYq
— V. Muraleedharan (@MOS_MEA) February 21, 2023
उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के 3.4 करोड़ लोग दुनिया में अलग-अलग जगह फैले हुए हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन देशों में भारत के लिए सेतु मानते हैं। प्रवासी भारतीयों के साथ बैठक के दौरान मुरलीधरन ने यूक्रेन-रूस संघर्ष पर भारत के रुख को स्पष्ट किया।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जब सघर्ष छिड़ा था तभी से भारत का मानना रहा कि युद्ध को कूटनीतिक तरीकों और बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए।
हालांकि भारत ने यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई के लिए सार्वजनिक तौर पर आलोचना नहीं की, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पूतिन से कहा था कि यह समय युद्ध का नहीं है।
पिछले साल समरकंद में पूतिन के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस सार्वजनिक टिप्पणी का विश्व के नेताओं ने स्वागत किया था। यहां तक कि इंडोनेशिया में जी-20 घोषणापत्र में भी इसका उल्लेख किया गया था।
अपने दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन मुरलीधरन ने सिंगापुर के दूसरे विदेश मंत्री डॉक्टर मोहम्मद मलिकी उस्मान से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमने द्विपक्षीय वार्ता के हिस्से के रूप में द्विपक्षीय मुद्दों, हरित ऊर्जा, स्टार्टअप और फिनटेक पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रतिभाशाली और कुशल भारतीय जनशक्ति और सिंगापुर की प्रगति में वे जो भूमिका निभा सकते हैं उस पर भी चर्चा की गई। दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की।