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न्यू जर्सी में दशहरा महोत्सव, रावण और हनुमान ने खूब किया 'आकर्षित'

संगठन ने बताया कि इस वर्ष के दशहरा महोत्सव में सांस्कृतिक और आकर्षण के ढेर सारे कार्यक्रम रखे गए थे। इनमें ढाई घंटे की रामलीला, 20 फुट का रावण का पुतला का पारंपरिक दहन भी शामिल था। महोत्सव में 15 फुट की फाइबर से बनी प्रतिमा भी रखी गई थी।

न्यू जर्सी स्थित गैर-लाभकारी संगठन इंडो-अमेरिकन फेस्टिवल्स आईएनसी (आईएएफ) ने 21 अक्टूबर को अपना 25वां दशहरा महोत्सव मनाया। न्यू जर्सी के एडिसन में लेक पापायानी पार्क में मनाए गए इस महोत्सव में 10,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था।

महोत्सव में 20 फुट का रावण का पुतला का पारंपरिक दहन भी शामिल था।

संगठन ने बताया कि इस वर्ष के दशहरा महोत्सव में सांस्कृतिक और आकर्षण के ढेर सारे कार्यक्रम रखे गए थे। इनमें ढाई घंटे की रामलीला, 20 फुट का रावण का पुतला का पारंपरिक दहन भी शामिल था। महोत्सव में 15 फुट की फाइबर से बनी हनुमान जी की प्रतिमा भी रखी गई थी। इस प्रतिमा ने न केवल भीड़ को आकर्षित किया बल्कि उपस्थित लोगों ने प्रतिमा के सामने आकर संकट मोचन हनुमान जी का आशीर्वाद भी लिया।

महोत्सव में दिखे 15 फुट के संकट मोचन हनुमान

कार्यक्रम में कई गणमान्य भी उपस्थित हुए थे। इनमें मुख्य अतिथि के तौर पर एडिसन टाउनशिप के मेयर समीर जोशी, कांउसिलमैन अजय पाटिल और सामुदायिक नेता हितेश भट्ट भी मौजूद थे। 8 घंटे तक चले इस महोत्सव में कपड़े, आभूषण, मेंहदी, फेस पेंटिंग, शैक्षिक संसाधन, हिंदी साहित्य, किताबें, बैंकिंग सेवाएं और वित्तीय सलाह जैसे 80 से अधिक स्टॉल भी लगाए गए थे।

इंडो-अमेरिकन फेस्टिवल्स आईएनसी की अध्यक्ष चंचल गुप्ता ने कहा कि मैं दशहरा महोत्सव में शामिल हुए सभी दर्शकों का आभार व्यक्त करती हूं और संगठन के संस्थापक मंगल गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने अमेरिका में दशहरा मनाने की कल्पना की थी। हालांकि 2012 में उनका निधन हो गया था। चंचल ने कहा कि उनकी विरासत संगठन के समर्पित स्वयंसेवकों और समर्थकों के माध्यम से जीवित है जो हर साल इस कार्यक्रम का आयोजन करते रहते हैं।

8 घंटे तक चला महोत्सव, रावण दहन के साथ संपन्न हुआ कार्यक्रम

चंचल गुप्ता ने इस सफल महोत्सव के लिए प्रायोजकों, दाताओं, स्वयंसेवकों और एडिसन टाउनशिप को भी धन्यवाद व्यक्त किया। गुप्ता ने न्यू इंडिया अब्रॉड समेत सभी विभिन्न मीडिया आउटलेट्स की भी सराहना की।

बता दें कि दशहरा महोत्सव दोपहर ढाई बजे से शुरू हुआ था और रावण के पुतले के दहन के साथ संपन्न हुआ था। महोत्सव के प्रमुख स्वयंसेवकों में राज मित्तल, दिनेश मित्तल, शिवा आर्य, डॉ. राजीव मेहता, धर्मेश अग्रवाल, शालिनी छाबड़ा और कई अन्य शामिल थे।

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