अमेरिका के न्यू हैंपशायर में रिपब्लिकन पार्टी के भारतीय मूल के अमेरिकी उम्मीदवार विवेक रामास्वामी और उनके प्रचार अभियान में शामिल लोगों को जान से मारने की धमकी देने के मामले में 30 साल के आरोपी टायलर एंडरसन को गिरफ्तार किया गया है। एंडरसन को गिरफ्तार कर तुरंत कार्रवाई करने के लिए विवेक रामास्वामी ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रति आभार जताया। आखिर एंडरसन ने रामास्वामी को हत्या की धमकी क्यों दी, एफबीआई इसकी जांच कर रही है।
Former FBI agent rells Vivek Ramaswamy: “Be Careful, Be Careful”
— Doochebag (@no_one_quits) December 12, 2023
Vivek responds, “I'm reading between the lines of what you're saying”
Former FBI agent: “They're coming after you. No doubt about it.” pic.twitter.com/TQP71et4sN
अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक न्यू हैम्पशायर के डोवर के टायलर एंडरसन ने इलेक्शन कैंपेन के दौरान रामास्वामी को धमकी भरे दो मैसेज भेजे थे। एंडरसन ने पहले मेसेज में विवेक रामास्वामी के सिर में गोली मारने की धमकी दी। वहीं दूसरे मेसेज में कैंपेन इवेंट में शामिल होने वालों को जान से मारने की धमकी दी गई।
🚨 BREAKING: New Hampshire man arrested for threatening to kill Presidential Candidate Vivek Ramaswamy at a campaign stop
— Benny Johnson (@bennyjohnson) December 11, 2023
The man responded to a text from the campaign promoting an event with a message that said: “Great, another opportunity for me to blow his brains out!” pic.twitter.com/F7CtkGvmWy
एफबीआई के हलफनामे के अनुसार, रामास्वामी के प्रचार अभियान ने एंडरसन सहित मतदाताओं को पोर्ट्समाउथ में आगामी प्रचार कार्यक्रम के बारे में सूचित करने के लिए शुक्रवार को एक टेक्स्ट मैसेज भेजा था। एंडरसन ने कथित तौर पर संदेश के जवाब में यह धमकी दे डाली। एफबीआई के मुताबिक आरोपी ने अपने संदेश में लिखा, (उम्मीदवार) के सिर में गोली मारने का बढ़िया मौका। दूसरे मैसेज में लिखा, 'मैं कैंपेन इवेंट में शामिल होने वाले सभी लोगों को मार डालूंगा।' जिसके बाद आरोपी एंडरसन को गिरफ्तार कर लिया गया।
New Hampshire man arrested for threatening to kill Presidential Candidate Vivek Ramaswamy at a campaign stop
— Mississippi Sambo (@denton_sam) December 11, 2023
The man responded to a text from the campaign promoting an event with a message -“Great, another opportunity for me to blow his brains out!”
pic.twitter.com/YbYryOuT64
स्थानीय मीडिया की खबर के मुताबिक अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह नहीं बताया गया है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए किस अभियान को निशाना बनाया गया। लेकिन रामास्वामी की टीम ने सोमवार को पुष्टि की कि उन्हें निशाना बनाया गया। रामास्वामी अभियान की प्रवक्ता ट्रिसिया मैकलॉघलिन ने सोमवार को कहा, 'दुर्भाग्य से यह सच है।'
उन्होंने कहा कि हम इस मामले से निपटने में तेजी और पेशेवर रवैये के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के आभारी हैं और सभी अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं। रामास्वामी ने न्यू हैंपशायर में संवाददाताओं से कहा, 'मैं अग्रिम मोर्चे पर तैनात उन लोगों का आभारी हूं जो यह सुनिश्चित करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं कि मेरे और अन्य अमेरिकियों जैसे लोग सुरक्षित रहें।'
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम बहुत अच्छी तरह से संरक्षित हैं। उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि उन्हें कथित मौत की धमकी के बारे में कब पता चला या क्या वह अपनी सुरक्षा बढ़ाएंगे। एफबीआई के हलफनामे में कहा गया है कि रामास्वामी के स्टाफ ने अधिकारियों को धमकी भरे संदेशों की जानकारी दी थी। इसके बाद कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने शनिवार को एंडरसन के आवास की तलाशी ली और उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही उसका फोन और हथियार जब्त कर लिए।
हलफनामे में कहा गया है कि एंडरसन के फोन की तलाशी के दौरान अधिकारियों को एक डिलीट फोल्डर में रामास्वामी के संदेश मिले और एक अन्य उम्मीदवार को धमकी भरे संदेश मिले। हलफनामे के अनुसार एंडरसन ने रामास्वामी को संदेश भेजने की बात स्वीकार की और इस बात की पुष्टि की कि उसने अन्य अभियानों को धमकी भरे संदेश भेजे। मामले में दोषी पाए जाने पर एंडरसन को पांच साल की जेल, तीन साल की निगरानी में रिहाई और 2,50,000 डॉलर का जुर्माना हो सकता है।