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ये दिवाली अमेरिका वाली... दिलों को कर रही खुशियों से रोशन

अमेरिका में भारतीय संस्कृति की जड़ों को विस्तार देने में हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन महती भूमिका निभा रहा है। इसके प्रयासों से ही अक्टूबर के महीने की पहचान हिंदू हैरिटेज मंथ के रूप में बन गई है। गांधी जयंती से लेकर नवरात्रि, दशहरा और दिवाली अक्सर इसी महीने में पड़ते हैं।

वैसे तो अमेरिका में भारतीय प्रवासी 19वीं सदी से ही पहुंचने लगे थे लेकिन ओवल ऑफिस में पहली बार दिवाली का दीया 2009 में तब के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने प्रज्ज्वलित किया था। तब से लेकर आज तक दुनिया के इस सबसे पुराने लोकतंत्र के कोने-कोने में दीपावली की रोशनी पहुंच चुकी है। और इसकी चमक लगातार तेज होती जा रही है।

दिवाली अब सिर्फ भारत का सबसे बड़ा त्योहार नहीं रहा है। इसका हर्षोल्लास दुनिया के बहुत से देशों में लोगों के दिलों को जगमग कर रहा है। दक्षिण एशियाई देश इंडोनेशिया, मलयेशिया, फीजी, नेपाल, गुआना, श्रीलंका, थाईलैंड और मॉरिशस में तो दिवाली बहुत पहले से मनाई जाती रही है, भले ही इसका स्वरूप थोड़ा अलग हो। लेकिन संदेश सबका एक ही है, बुराई पर अच्छाई की विजय और अंधकार पर रोशनी की जीत।

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