भारत दौरे पर आए अमेरिकी वायु सेना कमांडर जनरल केनेथ एस विल्सबाश ने सैन्य और सामरिक मसलों पर दिल्ली में अहम चर्चा की है। विल्सबाश ने भारत को बताया कि क्यों और कैसे अमेरिका पर मंडराने वाले जासूसी गुबबारे को मार गिराया गया। कमांडर ने साथ ही यह भी खुलासा किया कि इस ऑपरेशन में क्या चुनौतियां आईं।
General Kenneth Wilsbach, Commander, Pacific Air Forces called on the CAS Air Chief Marshal VR Chaudhari, today in New Delhi.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) April 10, 2023
Issues of mutual interest and means to further enhance cooperation between the two Air Forces were discussed during the meeting.#DiplomatsInFlightSuits pic.twitter.com/4axyNFuTkk
चीन के जासूसी गुब्बारा प्रकरण पर पत्रकारों के एक छोटे दल से बातचीत के दौरान कमांडर ने उन हालात का खुलासा किया, जो पिछले दिनों अमेरिका के सामने आए। कमांडर ने कहा कि इस क्षेत्र के अधिकांश वायु सेना प्रमुखों के साथ हमारी संक्षिप्त वार्ता हुई है। इस वार्ता में हमने उन स्थितियों के बारे में स्पष्ट किया जो एक जासूसी एयरशिप के अलास्का, कनाडा और फिर अमेरिका पार कर जाने पर पैदा हुईं और किस तरह से हमने उनका सामना किया। उन्होंने कहा कि इस बारे में पहले हमने अधिक बातें साझा नहीं की थीं।
फरवरी में अमेरिका के एक लड़ाकू विमान USAF F-22 ने दक्षिण कैरोलिना के तट पर एक चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था जो कई दिनों तक उत्तरी अमेरिका में घूमता रहा। उसके एक सप्ताह के अंदर ही इस तरह की दो और घटनाएं सामने आईं। जहां तक भारत का सवाल है तो एक बार अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर गुब्बारा मंडराता देखा गया।
हालांकि अमेरिकी कमांडर ने इस प्रकरण पर अधिक ब्यौरा तो नहीं दिया लेकिन जिन देशों के वायु सेना प्रमुखों ने पूछा कि उन्होंने यह कैसे किया और यह करते वक्त आसमान में बहुत ऊंचाई पर उड़ते हुए और धीमी रफ्तार से चलने वाला गुब्बारे से निपटते वक्त किन बातों का ध्यान रखा गया तो जनरल केनेथ ने कुछ बातें साझा कीं।
जनरल ने कहा कि एक मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के महत्व को समझने वाले हर व्यक्ति के लिए हवाई क्षेत्र की संप्रभुता एक चिंताजनक बात है। यह चिंता केवल इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को लेकर ही नहीं बल्कि दुनिया के किसी भी क्षेत्र को लेकर होनी चाहिेए। कोई भी देश जो किसी अन्य देश की संप्रभुता और हवाई सीमाओं का उल्लंघन करता है वह हम सबके लिए चिंता का विषय होना चाहिए।