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भारत के राज्यों की संस्कृति, जीवन शैली, हस्तकला व खानपान को दर्शाते हैं दिल्ली हाट

पहला दिल्ली हाट साउथ दिल्ली स्थित आईएनए में वर्ष 1994 में बना। उत्तरी दिल्ली स्थित पीतमपुरा में वर्ष 2008 में दूसरा और पश्चिमी दिल्ली स्थित जनकपुराी में भी वर्ष 2013 में तीसरा हाट बना। ये देश के सांस्कृतिक केंद्र के रूप से मशहूर हो चुके हैं। ऐसा लगता है कि पूरा भारत एक ही स्थल पर सिमट आया हो।

देश की राजधानी दिल्ली में तीन ऐसे विशेष स्थल हैं जहां जाकर आप पूरे देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति, वहां की जीवन शैली, भोजन और संगीत के अलावा उन राज्यों की हस्तकला को देख-परख सकते हैं साथ ही उनकी खरीदारी कर अपने घर को उन राज्यों की विशेष शैली से जगमग कर सकते हैं। इन स्थलों को दिल्ली हाट (Dilli Haat) कहा जाता है। कई एकड़ में फैले दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बसाए गए इन दिल्ली हाट में भारत के विभिन्न पर्व पर विशेष आयोजन तो किए ही जाते हैं, साथ ही विभिन्न राज्यों के स्थानीय पर्व व उत्सव भी वहां लगातार आयोजित होते रहते हैं। ये तीनों दिल्ली हाट राजधानी के लोगों को तो लुभाते ही हैं, साथ ही विभिन्न राज्यों से आने वाले पयर्टकों के अलावा अन्य देशों से आने वाले भारतीय प्रवासियों व विदेशियों को भी आकर्षित करते हैं।

दिल्ली हाट अन्य देशों से आने वाले भारतीय प्रवासियों व विदेशियों को भी आकर्षित करते हैं। सभी फोटोः राजीव भट्ट

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