भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के विरोध में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (IOC) ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और भारत सरकार के कदम को 'अलोकतांत्रिक', 'असंवैधानिक' और 'असंसदीय' बताया।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख कमल धालीवाल ने कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराकर आम लोगों में डर पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि अगर आप सरकार या भाजपा के खिलाफ जाते हैं तो आपके साथ कुछ भी हो सकता है। यह अडानी के मुद्दे से भटकाने की भी एक कोशिश है।
लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में प्रदर्शन करने वालों की संख्या 60 के करीब थी। प्रदर्शन के दौरान सभी ने राहुल गांधी के साथ किए गए व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल भी चढ़ाने के बाद धालीवाल ने कहा कि मोदी सरनेम वाली टिप्पणी को लेकर साल 2019 के मानहानि मामले में राहुल गांधी को अधिकतम सजा दी गई ताकि उनकी सदस्यता खत्म की जा सके।
बता दें कि भारत में लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को राहुल गांधी को सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था। वह केरल के वायनाड से सांसद थे। इससे एक दिन पहले गुजरात की एक अदालत ने राहुल को साल 2019 की उनकी टिप्पणी के लिए आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। राहुल ने मोदी सरनेम की चोरों के तुलना कर दी थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव आसरा अंजुम ने कहा कि भारतीय प्रवासी और कांग्रेस के लोग महसूस करते हैं कि यह कदम अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और असंसदीय है। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है। भारत एक लोकतंत्र है और राहुल गांधी को संसद में अपनी बात रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने कहा है कि यह तो शुरुआत है। अगर भारत में राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई तेज होती है तो इस तरह के और विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर किए जाएंगे।