अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक द्विदलीय विधेयक पेश किया गया है। इसमें ग्रीन कार्ड बैकलॉग को खत्म करने और मौजूदा कानून के तहत आवंटित वर्क वीजा को अधिक उपयोगी बनाने पर जोर दिया गया। भारतीय-अमेरिकी प्रतिनिधि राजा कृष्णमूर्ति (डी-आईएल-08) और लैरी बुशॉन, एमडी (आर-आईएन-08) ने इस बैकलॉग निपटान विधेयक 2023 को पेश किया है।
विधेयक पेश करते हुए कहा गया कि यह विधेयक जारी वर्क वीजा में लचीलापन लाएगा। यह नियोक्ताओं के हित में बहुत उपयोगी साबित होगा। कारण कि हमारे देश की उच्च-कुशल आव्रजन प्रणाली हमें दुनिया भर से शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित करने में मदद करती है।
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, इस कानून के लिए कांग्रेसी बुशॉन के साथ साझेदारी करने पर मुझे गर्व है। यह विधेयक हमारी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार पैदा करने में मदद करेगा। यह दुनिया भर से कुशल श्रमिकों को आकर्षित करेगा।
बुशॉन एक फिजिशियन हैं और इंडियाना के 8वें जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में कुशल श्रमिकों की बहुत जरूरत है लेकिन नौकरशाही नीतियों के कारण हजारों वर्क वीजा पर रोक लग गई। मौजूदा संघीय आव्रजन कानून के तहत डॉक्टरों और इंजीनियरों जैसे कुशल श्रमिकों के लिए सालाना एक निश्चित संख्या में वीजा आवंटित किए जाते हैं।
प्रेस रिलीज में कहा गया कि एक वर्ष में 7 प्रतिशत रोजगार-आधारित वीजा जारी करने की सीमा है लेकिन नौकरशाही की लापरवाही की वजह से 66,000 से अधिक रोजगार-आधारित वीजा वित्तीय वर्ष 2021 में आवंटित नहीं किए जा सके। एक साल पहले, वित्तीय वर्ष 2020 में लगभग 9,100 ऐसे वीजा का उपयोग नहीं किया जा सका था।
डॉ. बुशॉन ने कहा, मुझे अपने सहयोगी प्रतिनिधि कृष्णमूर्ति के साथ काम करने पर गर्व है। वर्क वीजा बैकलॉग को खत्म करने में मदद के तौर पर विधेयक काफी उपयोगी साबित होगा। संघीय आव्रजन कानून के तहत आवंटित वीजा का उचित उपयोग किया जा सकता है। यह एक आव्रजन प्रणाली को और सशख्त बनेगा। यह प्रणाली हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मददगार होगी।