दिग्गज तकनीकी कंपनियों द्वारा कामगारों की छंटनी की खबरों के बीच राहत भरी खबर है। छंटनी का मार झेल चुके हजारों कुशल श्रमिकों के लिए शिकागो शहर जीवन और करियर का नया ठिकाना बन सकता है। मेटा और ट्विटर जैसी बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा निकाले गए ढेरों कुशल विदेशी श्रमिकों को शिकागो शहर और इसके उपनगरों में काम देने की कोशिश की जा रही है। हजारों पद भरने की तैयारी है।
खबरों के अनुसार शिकागो क्षेत्र की 35 से अधिक कंपनियां H-1B वीजा पर कर्मचारियों को नियुक्त करने की तैयारी में हैं। इसके लिए इन कंपनियों ने एक गैर-लाभकारी संगठन P33 से हाथ मिलाया है जिसकी स्थापना वाणिज्य सचिव पेनी प्रित्जकर ने की थी। P33 की मदद से एक जॉब-लिस्टिंग बेवसाइट बनाई जाएगी और जिस पर नियुक्तियों का सिलसिला शुरू होगा। इस काम की शुरुआत बुधवार को हो गई है। H-1B वीजा सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जैसे विशेष व्यवसायों में विदेशी कर्मचारियों को दिया जाता है।