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सिडनी में मकर संक्रांति की धूम, प्रवासी भारतीयों ने पतंगों के साथ बांधी खुशियों की डोर

इंडियन कल्चरल एसोसिएशन के फाउंडर जय त्रिवेदी ने न्यू इंडिया अब्रॉड को बताया कि छह साल पहले हमने कम्युनिटी के लोगों के साथ मिलकर kite flying festival शुरू किया था, जो आज नौ हजार से ज्यादा लोगों के लिए यह मनोरंजन और संस्कृति से जुड़ने का जरिया बन गया है।

सिडनी साइडर पर पतंगबाजी का लुत्फ उठा हुए लोग। 

मकर संक्रांति भारत में मनाया जाने वाला साल का पहला प्रमुख हिंदू त्योहार है। सिडनी में भी इस साल यह त्योहार 15 जनवरी को मनाया गया। लोगों ने घरों में खिचड़ी, तिल और गुड़ के लड्डुओं का  लुत्फ लिया तो कुछ लोगों ने मंदिरों में चावल तिल उड़द दाल व गुड़ का दान किया। पारम्परिक रूप से इस दिन दान का खासा महत्व होता हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन यज्ञ में दिए गए भेंट को ग्रहण करने के लिए देवता धरती पर आते हैं।

पतंग स्टाल में विभिन्न प्रकार की पतंगो की झलक। 

मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इस अवधि को उत्तरायण कहा जाता है और बहुत शुभ माना जाता है। भारत में इस दिन कई जगहों पर खूब पतंगबाजी होती है। लोगों का अपनी छतों पर मांझे और पतंगों के साथ दिखना आम बात है। सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में भी लोगों ने खूब पतंगबाज़ी की। सिडनी कैसल हिलशो ग्राउंड में Indian Cultural Association द्वारा Kite flying festival का आयोजन किया गया, जिसका लोगों ने भरपूर आंनद लिया।

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