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कनाडा ने कहा, इस वर्ष भारतीयों के आधे ही आवेदनों हो सकेंगे संसाधित

कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि लंबित 38,000 भारतीय वीजा आवेदनों में से दिसंबर तक कनाडा का आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC) केवल 20,000 पर ही कार्रवाई कर सकता है।

भारत और कनाडा के बीच चल रहे विवाद के चलते वीजा आवेदनों को संसाधित करने की समस्या दोनों देशों में दिखाई दे रही है। कनाडा ने हाल ही में कहा है कि साल 2023 के अंत तक भारतीयों द्वारा दायर किए गए वीजा आवेदनों के लगभग आधे ही वह संसाधित करने में सक्षम होगा।

कनाडा के आव्रजन मंत्री मार्क मिलर ने कहा कि लंबित 38,000 भारतीय वीजा आवेदनों में से दिसंबर तक कनाडा का आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC) केवल 20,000 पर ही कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में 2024 की शुरुआत में 17,500 भारतीय आवेदनों के अनुमानित बैकलॉग का अनुमान है। यह अस्थायी रोक भारत से 41 कनाडाई राजनयिकों के निष्कासन के बाद कर्मचारियों की कमी का परिणाम है।

IRCC को उम्मीद है कि भारतीय वीजा आवेदन प्रक्रिया 2024 की शुरुआत तक सामान्य हो जाएगी।

मिलर ने कनाडा की स्थानीय मीडिया को बताया कि भारत में IRCC के शेष पांच कर्मचारी अब देश के भीतर आवश्यक कार्यों को प्राथमिकता दे रहे हैं जिसमें तत्काल प्रसंस्करण, वीजा प्रिंटिंग, जोखिम मूल्यांकन और वीजा आवेदन केंद्रों, पैनल चिकित्सकों और आव्रजन चिकित्सा परीक्षा क्लीनिक जैसे प्रमुख भागीदारों की देखरेख शामिल है।

IRCC को उम्मीद है कि भारतीय वीजा आवेदन प्रक्रिया 2024 की शुरुआत तक सामान्य हो जाएगी। विभाग 22 आव्रजन कर्मचारियों को रखने की योजना बना रहा है जिन्हें भारत से कनाडा और फिलीपींस में स्थानांतरित कर दिया गया है ताकि IRCC अपने काम को सुचारू रूप से चला सके।

बता दें कि कनाडा ने बेंगलुरु, चंडीगढ़ और मुंबई में वीजा और व्यक्तिगत कांसुलर सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यह केवल दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग में ही उपलब्ध हो रहा है। भारत ने एक महीने पहले कनाडा में वीजा प्रक्रिया निलंबित कर दी थी लेकिन अब कुछ वीजा प्रक्रियाएं फिर से शुरू कर दी हैं।

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