अमेरिकी यात्रा की तैयारी- 1
डॉ. मोक्षराज
विचार ही मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति है। जहॉं अच्छे विचार पूरे विश्व में शांति ला सकते हैं तो वहीं बुरे विचार संपूर्ण विश्व को ख़तरे में भी डाल सकते हैं । विचारों की शुद्धि पर भारतीय दर्शनों ने प्राचीन काल से ही विशेष बल दिया है। कर्म का उपदेश करने वाला *यजुर्वेद कहता है कि- हे मनुष्यो ! तुम समस्त दोष-दुर्गुणों से दूर रहो और अच्छाइयों को ही ग्रहण करो ! “ ओ३म् विश्वानि देव सवितर्दुरितानि परा सुव । यद्भद्रं तन्न आ सुव।।” *
इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि जो व्यक्ति भारतीय दर्शन परंपरा एवं भारत के सांस्कृतिक वातावरण में पला बड़ा होता है, वह मानवता के लिए कभी घातक नहीं हो सकता ।

भारतीय विचार परंपरा मानव को श्रेष्ठ एवं जनोपयोगी बनाने की रही है, यही कारण है कि भारत ने कभी किसी कमज़ोर या निरपराध राष्ट्र पर आक्रमण नहीं किया ।