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न्यूजीलैंड में भारतीय छात्रों को राहत जल्द! जयशंकर ने पीएम-विदेश मंत्री के सामने उठाया मुद्दा

न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के और प्रवासी भारतीयों की संख्या करीब 2 लाख 50 हजार है। न्यूजीलैंड आकर पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों के लिहाज से भारत दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है। कोविड के बाद से ही इन छात्रों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने अपनी न्यूजीलैंड यात्रा के दौरान न सिर्फ क्रिकेट पर बात की बल्कि भारतीय छात्रों को प्रवास के दौरान आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए भी 'बल्लेबाजी' की। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और विदेश मंत्री नानैया माहुता से मुलाकात में उन्होंने कहा कि इन छात्रों की समस्याओं पर निष्पक्षता और सहानुभूति से विचार किया जाए जो कोविड महामारी के बाद से ही परेशान हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने न्यूजीलैंड नेतृत्व से कहा कि कोरोना की वजह से छात्रों को बड़ा आघात लगा है।

न्यूजीलैंड आकर पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों के लिहाज से भारत दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है। अधिकांश छात्र सूचना प्रौद्योगिकी, सेवा, विज्ञान, इंजीनियरिंग और वास्तुकला आदि के क्षेत्र में उच्चतर अध्ययन के लिए न्यूजीलैंड जाते हैं, मगर कोविड ने उनकी मुसीबतें काफी बढ़ा दी हैं। भारतीय छात्रों की इन्हीं परेशानियों को विदेश मंत्री जयशंकर ने वेलिंगटन यात्रा के दौरान न्यूजीलैंड नेतृत्व के सामने उठाया।

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