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G20 से पहले ब्रिटिश सांसदों ने ऋषि सुनक से कहा, इस सिख की भारत से करवाएं रिहाई

जिस वक्त गिरफ्तारी हुई उस वक्त जगतार सिंह अपनी शादी के लिए भारत के पंजाब राज्य में था। भारत सरकार ने भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स द्वारा हत्याओं में कथित भूमिका के लिए जगतार सिंह को 4 नवंबर 2017 को पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया था।

जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत जा रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से ब्रिटिश सांसदों ने भारत में कैद ब्रिटिश सिख जगतार सिंह जोहल की रिहाई की मांग की है। पार्टी लाइन से ऊपर उठकर 70 से अधिक सांसदों ने पत्र के जरिए सुनक से आग्रह किया है कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जगतार सिंह जोहल से बात करें और जगतार सिंह जोहल को तुरंत रिहा करवाएं। जगतार सिंह जोहल भारत में पांच साल से अधिक समय से हिरासत में है।

जिस वक्त गिरफ्तारी हुई उस वक्त जगतार सिंह अपनी शादी के लिए भारत के पंजाब राज्य में था।

ब्रिटिश सांसद डेविड डेविस ने एक ब्रिटिश मीडिया संस्थान से कहा है कि किसी राज्य का पहला कर्तव्य किसी नागरिक को नुकसान पहुंचने से रोकना होना चाहिए और अगर किसी नागरिक को नुकसान पहुंचाया गया है और उसके साथ अन्याय हुआ है तो सरकार को इसका गंभीर रूप से विरोध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है और यह ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय की विफलता है।

वहीं दूसरी ओर मनमानी हिरासत पर यूएन के वर्किंग ग्रुप ने कहा कि सिख मानवाधिकारों की आवाज उठाने की वजह से जगतार सिंह को निशाना बनाया जा रहा है। सांसदों के पत्र में भी यही बात कही गई है कि यूएन की वर्किंग ग्रुप ने निष्कर्ष निकाला है कि जगतार की निरंतर हिरासत में कोई कानूनी आधार नहीं है।

ब्रिटेन के डम्बर्टन से वकील और जगतार सिंह के भाई गुरप्रीत सिंह जोहल ने भी मीडिया को बताया कि सुनक के मोदी के साथ अच्छे रिश्ते को देखते हुए यह मुद्दा उठाना कोई बड़ा काम नहीं है। गुरप्रीत डम्बर्टन में लेबर काउंसिलर हैं। गुरप्रीत ने कहा कि लगभग छह साल बीत चुके हैं। जगतार के खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं किया गया है। दोषी साबित होने तक उसे निर्दोष होना चाहिए।

बता दें कि जिस वक्त गिरफ्तारी हुई उस वक्त जगतार सिंह अपनी शादी के लिए भारत के पंजाब राज्य में था। भारत सरकार ने भारत में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स द्वारा हत्याओं में कथित भूमिका के लिए जगतार सिंह को 4 नवंबर 2017 को पंजाब के जालंधर से गिरफ्तार किया था।

जगतार के परिवार ने आरोप लगाया है कि भारत में जगतार सिंह पर कोरे स्वीकारोक्ति दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए उसे मजबूर किया गया। बिजली के झटके भी दिए गए। हालांकि भारतीय अधिकारियों ने इसका हमेशा खंडन किया है। वह वर्तमान में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है और हत्या और हत्या की साजिश के 10 आरोपों में संभावित मौत की सजा का सामना कर रहा है।

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