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वीजा का हल तलाशना होगा

इस समस्या का असर दो तरह के लोगों पर पड़ता है। पहले तो वह जो भारत के हैं और किसी वैध कारण से अमेरिका जाना चाहते हैं। दूसरे वह अमेरिका में हैं और भारत जाकर एक वैध वीजा की मुहर के साथ वापस आना चाहते हैं।

यह एक समस्या है कि प्रवासियों में से कई लोग शिक्षा, मित्रों व परिजनों से मिलने या काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करने के लिए वीजा पाने में लगने वाले लंबे समय से वाकिफ हैं। भारत के मीडिया में इस समय ऐसी खबरें चल रही हैं जो अपॉइंटमेंट के लिए बेहद लंबे इंतजार की कहानियां बताती हैं। इंतजार का यह दायरा कभी कभी तो 800 दिन से भी ज्यादा हो गया है। यह मुद्दा इस कदर चर्चा में है कि इसके हल के लिए भारत सरकार ने वाशिंगटन में अमेरिकी सरकार से उच्चतम स्तरों पर संपर्क किया है।

इस समस्या का असर दो तरह के लोगों पर पड़ता है। पहले तो वह जो भारत के हैं और किसी वैध कारण से अमेरिका जाना चाहते हैं। दूसरे वह अमेरिका में हैं और भारत जाकर एक वैध वीजा की मुहर के साथ वापस आना चाहते हैं। एक राहत की बात यह रही है कि स्टूडेंट वीजा (F1) पर अमेरिकी सरकार ने काफी रफ्तार से काम किया है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका में पढ़ने वाले कुल अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारतीयों की भागीदारी 20 प्रतिशत से ज्यादा है। इसके साथ ही यह  देश टॉप फ्लाइट डेस्टिनेशन भी बना हुआ है।

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