भारत में प्रमुख खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई के बीच न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में मंगलवार को उसके समर्थन में लोगों ने प्रदर्शन किया। शहर में बसे सिख समुदाय के कई सदस्य आओटिया स्कवायर पर इकट्ठा हुए और अमृतपाल सिंह के पक्ष में प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं ऑकलैंड शहर में अमृतपाल के समर्थन में कई बैनर भी लगाए गए हैं। यह प्रदर्शन वारिस पंजाब दे की न्यूजीलैंड विंग ने आयोजित किया था।
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स्थानीय पुलिस के अनुसार भारत के पंजाब राज्य में पुलिस के हाथों से बचकर भागे अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित करने के विरोध में ये लोग इकट्ठा हुए थे। वारिस पंजाब दे की न्यूजीलैंड में प्रवक्ता सरबजीत कौर ने कहा कि सिख समुदाय के कई लोगों का मानना है कि अमृतपाल सिंह को वास्तव में गिरफ्तार कर लिया गया है।
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कौर ने स्थानीय मीडिया से कहा कि भारत में इंटरनेट शटडाउन और डिजिटल सेंसरशिप एक नया ट्रेंड बन चुका है। यह लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है। पंजाब में 2.7 करोड़ लोगों की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। सिख बहुल राज्य में अमृतपाल के 112 समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है।
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कौर ने आशंका जताई कि भारत और पंजाब की सरकार के अधिकारी अमृतपाल सिंह की जान के लिए खतरा बन सकते हैं। वे उनकी हत्या भी कर सकते हैं और अपने बचाव के लिए उन्हें लापता बताएंंगे। बता दें कि अमृतपाल खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले से प्रभावित है जिसे साल 1984 में पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पर कार्रवाई के दौरान भारतीय सेना ने मार दिया था। अमृतपाल भी उसी के नक्शेकदम पर चल रहा है। उसने एक बार भारत के गृह मंत्री अमित शाह को भी धमकी दी थी और कहा था कि उनका भी वही हश्र होगा जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का 1984 में हुआ था।