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कंप्यूटर में सेंध लगाकर अमेरिकियों से ठगे एक करोड़ डॉलर, 6 भारतीयों पर शिकंजा

ये लोग अक्सर वरिष्ठ नागरिकों को शिकार बनाते थे और उन्हें विश्वास दिलाते थे कि उनके कंप्यूटर में वायरस आ गया है और उसे ठीक करने के नाम पर लाखों डॉलर की राशि वसूल करते थे। 10 साल के दौरान ये लोग कम से कम 20,000 लोगों को एक करोड़ डॉलर (82 करोड़ 66 लाख रुपये) से अधिक का चूना लगा चुके हैं।

Photo by Markus Spiske / Unsplash

अमेरिका में पांच भारतीय पुरुषों और एक महिला पर अंतरराष्ट्रीय हाईटेक टेक्निकल सपोर्ट घोटाले को अंजाम देने का आरोप लगाया गया है। इन पर अमेरिका और कनाडा में 20,000 से अधिक लोगों को धमकाकर एक करोड़ डॉलर (82 करोड़ 66 लाख रुपये) से अधिक की रकम ऐंठने का आरोप है। इनके शिकार लोगों में अधिकांश वरिष्ठ नागरिक थे। आरोपियों में से अधिकतर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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जांच में पाया गया कि ये लोग पीड़ितों को विश्वास दिलाते थे कि उनके कंप्यूटर में वायरस आ गया है और उसे ठीक करने के नाम पर लाखों डॉलर वसूल करते थे। Photo by Emile Perron / Unsplash

यूएस अटॉर्नी फिलिप आर सेलिंगर के अनुसार भारतीय नागरिक गगन लांबा (41), हर्षद मदान (34) और विरास गुप्ता (33) पर मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड के आरोप लगाए गए हैं। इन तीनों पर जयंत भाटिया (33), कुलविंदर सिंह (34) और मेघना कुमार (50) के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम देने का आरोप है।

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