Skip to content

नौवीं कक्षा की श्रीप्रिया को इसलिए मिला 2,000 डॉलर का पुरस्कार

श्रीप्रिया का बनाया यंत्र EasyBZ एक कम लागत की प्रभावी माइक्रोनीडल पैच है जो मरीजों को बिना गोलियों या सुइयों के ऑटोमैटिक तरीके से दवा लेने में मदद करता है। श्रीप्रिया के साथ पांच अन्य भारतीय अमेरिकी किशोरों ने भी प्रतियोगिता में शीर्ष 10 स्थान हासिल किए हैं।

2023 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज में पुरस्कार पाने वालों में 6 भारतीय अमेरिकी शामिल। फोटो : @ArtsTvWorld

कैलिफोर्निया के सैन जोस की एक भारतीय-अमेरिकी किशोरी ने देश की प्रमुख मिडिल स्कूल विज्ञान प्रतियोगिता 2023 3M यंग साइंटिस्ट चैलेंज में दूसरा स्थान हासिल किया है। लिनब्रुक हाई स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा श्रीप्रिया कलभवी को EasyBZ विकसित करने के लिए 2,000 डॉलर का पुरस्कार मिला है। EasyBZ एक कम लागत की प्रभावी माइक्रोनीडल पैच है, जो मरीजों को बिना गोलियों या सुइयों के ऑटोमैटिक तरीके से दवा लेने में मदद करता है। श्रीप्रिया के साथ पांच अन्य भारतीय अमेरिकी किशोरों ने भी टॉप टेन में जगह बनाई है और पुरस्कार हासिल किए हैं।

श्रीप्रिया कलभवी का कहना है कि उन्होंने इस प्रतियोगिता में इसलिए प्रवेश किया, क्योंकि वह जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ करना चाहती हैं। श्रीप्रिया का कहना है कि वैज्ञानिक अनुसंधान और नए प्रयोगों ने हमेशा मुझे दिलचस्पी रही है। मुझे लगता है कि वैज्ञानिक, विशेष रूप से डॉक्टर मेरे लिए प्रेरणादायक हैं, क्योंकि वे हर दिन लोगों की मदद करने के लिए काम करते हैं।

श्रीप्रिया 'प्रसिद्ध व्यक्तित्व' नाम से एक पॉडकास्ट होस्ट करती हैं। अपने शो के विषय के हिस्से के रूप में वह महिला वैज्ञानिकों पर शोध करती है। उनके जीवन, उपलब्धियों और अनुसंधान के बारे में बताती हैं। उनका कहना है मैं अपने आविष्कार के साथ मरीजों की दवा को दर्द रहित और अधिक किफायती बनाकर लोगों की मदद करना चाहती थी। यही कारण है कि मैंने 3 एम यंग साइंटिस्ट चैलेंज में प्रवेश किया।

श्रीप्रिया के मुताबिक, 15 साल में वह न्यूरोसर्जन बनने के अपने सपने को पूरा करने की उम्मीद करती हैं। मैंने हमेशा चिकित्सा के क्षेत्र में अपने समुदाय में योगदान देने की दिशा में भीतर से एक पुकार महसूस किया है, खासकर जब यह तंत्रिका विज्ञान और महिलाओं के स्वास्थ्य की बात आती है। मुझे न्यूरोसर्जन के रूप में काम करना अच्छा लगेगा।

श्रीप्रिया के साथ पांच अन्य भारतीय अमेरिकी किशोरों ने भी प्रतियोगिता में शीर्ष 10 स्थान हासिल किए हैं। इनमें से प्रत्येक को 1,000 डॉलर का पुरस्कार और 500 डॉलर का उपहार कार्ड मिला है। इनमें अनीशा धूत, ईशान अय्यर, अनीश कोसाराजू, अधिप मित्रा और श्रुति शिवरामन शामिल हैं। 25,000 डॉलर का पहला स्थान पुरस्कार और अमेरिका के शीर्ष युवा वैज्ञानिक का प्रतिष्ठित खिताब वर्जीनिया के अनाडेल के हेमन बेकेले को उनके स्किन कैंसर ट्रीटमेंट सोप (SCTS) के लिए मिला।

Comments

Latest