तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मंच पर राजधानी दिल्ली में भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी के साथ अपनी संस्कृति के अनुसार पोशाक पहने कुछ संजीदा और बुद्धिजीवी महिलाओं की एंट्री हुई। मंच की रोशनी ने उनकी आभा को और दमका दिया था। यह मंच था विदेश मंत्रालय के एक कार्यक्रम का, जहां ये महिलाएं नारी शक्ति का जबर्दस्त अहसास करा रही थीं। ये कोई आम महिलाएं नहीं बल्कि भारत में अपने-अपने देशों की प्रतिनिधित्व कर रही विदेशी राजदूत और भारतीय कूटनीतिज्ञ थीं जो एक खास प्रोग्राम के लिए एकजुट हुई थीं।
ये महिला कूटनीतिज्ञ हाल ही में आयोजित 'ऑल वुमन एम्बेसेडर्स ग्रुप' के उद्घाटन कार्यक्रम से जुड़ी थीं, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। यह सभी महिला कूटनीतिज्ञों के लिए एक-दूसरे से मिलने और विचार साझा करने का भी मौका था।

लेखी ने कार्य़क्रम से जुड़ी तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ' ऑन वुमन एम्बेसेडर्स ग्रुप्स का शुभारंभ, जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना है, ताकि कूटनीति में लैंगिक समानता को प्राप्त करने के लिए SDG 5 को साकार किया जा सके। यह भारत में सभी महिला राजदूतों के बीच संपर्क स्थापित करने और समर्थन का नेटवर्क तैयार करने वाला मंच होगा।'

चूंकि नवरात्र का समापन अभी चंद रोज पहले ही हुआ है तो इस दौरान नवरात्र भी मनाया गया। मंच पर विदेशी राजदूत, लेखी संग डांडिया खेलती नजर आईं। मीनाक्षी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी महिला राजदूतों के प्रति आभार जताते हुए कहा, 'कार्यक्रम में नवरात्रि की भी झलक देखने को मिली और इस दौरान सभी राजदूतों को हमारी सांस्कृतिक संगीत और नृत्य की विविधता को दिखाया गया। मैं सभी महिला कूटनीतिज्ञों को इसमें भाग लेने के लिए आभार जताती हूं।'
The event also provided a glimpse of Navaratri celebrations and showcased the kaleidoscopic diversity of our cultural music and dance to all Ambassadors. I thank all the women diplomats for their enthusiastic participation. pic.twitter.com/yjrkEUjMjt
— Meenakashi Lekhi (@M_Lekhi) April 13, 2022
फिनलैंड की राजदूत रित्वा केआर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर काफी अभिभूत नजर आईं और उन्होंने ट्वीट कर मीनाक्षी लेखी का आभार जताया।
लेखी ने की जिस SDG 5 की बात, क्या है वह ?
SDG-5 संयुक्त राष्ट्र के 17 संधारणीय विकास लक्ष्य में से एक है। संयुक्त राष्ट्र ने 2005 में SDG की शुरुआत करते हुए अपने पांचवें लक्ष्य में महिलाओं के लिए समानता और उनके सशक्तिकरण को शामिल किया था। इसका उद्देश्य महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को कम करने और उन्हें उनका अधिकार दिलाने की दिशा में प्रयास करना है।