दिल्ली से सिडनी के लिए जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट को हवा में अचानक कई बार तेज झटके लगे। ये टर्बुलेंस इतना तेज था कि इसकी वजह से कई यात्रियों को चोटें आ गईं। हालांकि ये चोटें मामूली ही थीं। घटना के बाद क्रू ने फ्लाइट में यात्रा कर रहे एक डॉक्टर और नर्स की मदद से यात्रियों को फर्स्ट एड दी। सिडनी एयरपोर्ट पहुंचने पर तीन यात्रियों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई गई।
भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बताया कि यह हादसा मंगलवार-बुधवार को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-302 में हुई। बोइंग 787 के उड़ान भरने के लगभग दो घंटे बाद मौसम खराब होने की वजह से उसे टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। उड़ान के दौरान हवा के बहाव में अचानक बदलाव के कारण झटके खाने को टर्बुलेंस कहा जाता है।
एयर इंडिया ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि 16 मई को दिल्ली से सिडनी जा रही उड़ान AI-302 को बीच हवा में झटकों का सामना करना पड़ा। इससे यात्रियों को असुविधा हुई लेकिन फ्लाइट ने सुरक्षित तरीके से सिडनी में लैंडिंग कर ली। तीन यात्रियों को मेडिकल सहायता मुहैया कराई गई। हालांकि किसी को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। मंगलवार दोपहर 2.43 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ी ये फ्लाइट बुधवार सुबह 7.10 बजे सिडनी में उतरी।
खबरों के अनुसार मार्च में अमेरिका के न्यू इंग्लैंड में एक प्राइवेट जेट को भी इसी तरह गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा था। उस विमान में सवार एक यात्री की मौत हो गई थी। जानकार कहते हैं कि उड़ान के दौरान विमान कभी भी टर्बुलेंस में फंस सकता है, इसलिए सीट बेल्ट लगाकर रखनी चाहिए।
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