अमेरिका के मिशिगन स्टेट हाउस में भारतीय-अमेरिकी समेत तीन विधायकों (Legislators) ने दीवाली और ईद को आधिकारिक अवकाश घोषित करने के लिए विधेयकों का एक सेट पेश किया है। इन विधायकों में भारतीय अमेरिकी रंजीव पुरी, अब्राहम अयश और शेरोन मैकडोनेल हैं। पुरी द्वारा पेश किए गए हाउस बिल 4446 और 4449 दीवाली और वैसाखी को राजकीय अवकाश के रूप में स्थापित करते हैं।
वैसे तो सदन में तीनों विधायकों ने मिशिगन में दीवाली, वैशाखी, ईद अल-फितर, ईद अल-अधा और लुनार नव वर्ष को आधिकारिक छुट्टी घोषित करने के लिए विधेयक पेश किए हैं। भारतीय अमेरिकी रंजीव पुरी ने कहा कि सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाना एक जीवंत और समावेशी समाज की आधारशिला होती है। इन त्योहारों पर राजकीय अवकाश की मान्यता देकर हम न केवल अपने साथी मिचिगैंडर्स की परंपराओं और विश्वासों के लिए अपना सम्मान दिखा रहे हैं बल्कि हम इसके जरिए समाज में समावेश और एकता का एक शक्तिशाली संदेश भी दे रहे हैं।
बता दें कि पुरी डेमोक्रेटिक पार्टी से हैं। पुरी ने कहा कि हिंदू धार्मिक त्योहार दीवाली अंधेरे पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का त्योहार है जिसका जश्न पूरा हिंदू समाज मनाता है। वहीं वैशाखी हिंदुओं और सिखों दोनो समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार है।
वहीं अन्य विधायक अब्राहम अयश ने बिल 4447 को पेश करते हुए कहा कि ये बिल विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक छुट्टियों को मान्यता देकर हमारे राज्य के विविध ताने-बाने को सजोकर रखता है। इन त्योहारों को आधिकारिक राजकीय अवकाश बनाने से मिशिगन के कई समुदायों को पता चलेगा कि हमारे महान राज्य में सभी के लिए स्थान है। वे हर किसी की तरह अपने त्योहार को भी जश्न के साथ मना सकते हैं।
बता दें कि वर्तमान में मिशिगन में 12 आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त छुट्टियां हैं। इनमें क्रिसमस, थैंक्सगिविंग, न्यू ईयर, जुनेथेंथ और मार्टिन लूथर किंग जूनियर डे शामिल हैं। इंडियन अमेरिकी इम्पैक्ट के अनुसार मिशिगन में करीब 9,00,000 एशियाई अमेरिकी रहते हैं। इसमें अधिकतर भारतीय मूल के निवासी हैं।
अधिकांश दक्षिण एशियाई मिशिगन के डेट्रायट और आसपास के इलाकों जैसे ट्रॉय, नोवी और फार्मिंग्टन हिल्स में रहते हैं। आपको बता दें कि पेंसिल्वेनिया ने दीवाली को हाल ही में राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है। यहां सीनेटर ग्रेग रोथमैन और निकिल सावल ने इस साल फरवरी में एक विधेयक पेश किया था।